पत्रकार विनोद वर्मा को कोर्ट से मिली ट्रांजिट रिमांड

Friday, Oct 27, 2017 - 05:43 PM (IST)

गाजियाबाद/रायपुर: वरिष्ठ पदों पर रह चुके पत्रकार विनोद वर्मा को कथित उगाही के आरोप में छत्तीसगढ़ पुलिस ने आज देर रात उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। जहां से उन्हें इंदिरापुरम थाने ले जाया गया। इंदिरापुरम थाने में उनसे घंटों पूछताछ के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें गाजियाबाद स्थित सेशन कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने छत्तीसगढ़ पुलिस को ट्रांजिट रिमांड दे दी। अब वर्मा को पुलिस द्वारा छत्तीसगढ़ की अदालत में सामने पेश किया जाएगा। 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एच.एन.सिंह ने बताया कि विनोद वर्मा को इंदिरापुरम के वैभव खंड स्थित महागुन मेंशन अपार्टमेंट से रात साढ़े तीन बजे छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के पंडरी पुलिस स्टेशन में पत्रकार के खिलाफ ब्लैकमेल और उगाही का मामला दर्ज किया है। सिंह ने कहा, ‘‘पत्रकार के घर से बड़ी संख्या में सीडी बरामद की गई हैं। हम उस सामग्री की छानबीन कर रहे हैं, ताकि पता लगाया जा सके की इनका संबंध उच्च वर्ग के लोगों से जुड़े किसी सेक्स घोटाले से है या नहीं।’’  

कौन है ‘आका’
रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि प्रकाश बजाज नामक व्यक्ति ने रायपुर के पंडरी पुलिस स्टेशन में एक अज्ञात कॉलर द्वारा फोन पर परेशान किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। फोन करने वाले व्यक्ति ने उसे कहा था कि उसके पास उसके आका की एक सीडी है। शुक्ला ने बताया कि फोन करने वाले ने उसे धमकी दी थी कि उसकी मांग पूरी न होने पर वह सीडी बांट देगा। अधिकारी ने बताया कि एक खोजी दल पत्रकार का पता लगाने दिल्ली पहुंचा था। हालांकि आका कौन है अभी इस बात पर सस्पेंस बरकरार है। सूत्रों की मानें तो आका कोई और नहीं बल्कि मंत्री है जिसका नाम सामन न आए इसीलिए गिरफ्तारी की गई। 

कैसे किया गिरफ्तार?
जांच के दौरान, पुलिस को उस दुकान का पता चला जहां से इस सीडी को कॉपी कराया गया था। दुकानदार ने बताया कि विनोद वर्मा नामक व्यक्ति ने सीडी की एक हजार कॉपी तैयार कराई थी। मामले में विनोद की संलिप्तता का पता चलने के बाद पुलिस ने गाजियाबाद में अपने समकक्ष से संपर्क कर पत्रकार को उसके घर से गिरफ्तार किया और वहां से सीडी तथा अन्य सामग्री जब्त की।   

 

 

 

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