विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू मंत्रिमंडल से इस्तीफा लिया वापस, कहा- हिमाचल सरकार को खतरा नहीं

Thursday, Feb 29, 2024 - 06:21 AM (IST)

नेशनल डेस्कः हिमाचल प्रदेश में अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उन्होंने राज्यसभा चुनाव नतीजों के एक दिन बाद (28 फरवरी) हिमाचल प्रदेश के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

विक्रमादित्य पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं और मौजूदा सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू पर विधायकों के प्रति लापरवाही बरतने और दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अनादर करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बुधवार को सुबह इस्तीफा दिया था और शाम को वापस ले लिया।

विक्रमादित्य सिंह ने क्यों लिया इस्तीफा वापस?
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ''मैंने पार्टी की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षकों से बात की है। संगठन एक व्यक्ति से ज्यादा महत्वपूर्ण है। संगठन को मजबूत रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। पार्टी के व्यापक हित और पार्टी की एकता के लिए मैं अपने इस्तीफे पर दबाव नहीं डालूंगा जिसे मुख्यमंत्री ने आज पहले खारिज कर दिया था।'' 

कौन हैं विक्रमादित्य सिंह?
हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक हैं। विक्रमादित्य सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने हंसराज कॉलेज से स्नातक और सेंट स्टीफेंस कॉलेज से मास्टर्स की है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2013 में की जब उन्हें हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सदस्य बनाया गया. वह 2013 से 2017 के बीच हिमाचल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्तमान में वह राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री हैं।

Pardeep

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