Pahalgam Attack: 27 लाशें, चीखते बच्चे और खून से सना बदन और चीखें… पहलगाम हमले के बाद का वीडियो देखकर रूह कांप जाएगी
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 08:07 AM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद का एक वीडियो सामने आया है जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। वीडियो में महिलाएं, पुरुष और छोटे-छोटे बच्चे जान बचाकर भागते नजर आ रहे हैं। डर का आलम ऐसा है कि बच्चे सेना के जवानों को देखकर भी चीखने लगते हैं। मंगलवार दोपहर को पहलगाम के ऊपरी क्षेत्र बैसरन में स्थित घास के मैदानों और घने जंगलों में आतंकवादियों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में अब तक 27 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में दो विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज जारी है।
पहलगाम में हमले के बाद के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पर्यटक अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में बच्चे भी दिखाई दे रहे हैं। वहीं, महिलाएं रोती-बिलखती नजर आ रही हैं। pic.twitter.com/4lnx8oEBxy
— Shabnaz Khanam (@ShabnazKhanam) April 23, 2025
रोते-बिलखते बच्चे, खून से सने कपड़े
वीडियो में एक जगह देखा जा सकता है कि एक ग्रुप में महिलाएं और बच्चे छिपे हुए हैं। महिलाओं की चीखें और बच्चों की घबराई आवाजें इस हमले की भयावहता को दर्शाती हैं। एक बच्चे के कपड़े फटे हुए हैं और उस पर खून लगा हुआ है। यह वीडियो दिल को झकझोर देने वाला है। ऐसे दृश्य शायद ही कभी किसी पर्यटक स्थल पर देखे गए हों।
सेना के जवानों ने दिलाया भरोसा
हमले के बाद इंडियन आर्मी के जवान घटनास्थल पर पहुंचे। जब वह वहां पहुंचे तो डर के मारे कुछ बच्चे और महिलाएं उन्हें भी आतंकी समझने लगे। तभी एक जवान ने उन्हें शांत करते हुए कहा, “डरो नहीं, हम फौज से हैं।” यह एक भावनात्मक पल था, जो बताता है कि आम लोग आतंकी और फौज में अंतर करने की स्थिति में भी नहीं रह गए थे।
द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट नाम के आतंकी संगठन ने ली है, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI द्वारा समर्थित बताया जा रहा है। साल 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा और घातक आतंकी हमला माना जा रहा है।
जंगलों में छिपते नजर आए टूरिस्ट
एक अन्य वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे पर्यटक फायरिंग शुरू होने के बाद घने जंगलों की ओर भागते हैं और वहां छिपने की कोशिश करते हैं। कुछ लोग पत्थरों और झाड़ियों के पीछे खुद को छिपाते नजर आए। एक महिला कहती दिखी, “हमें लगा अब हम नहीं बचेंगे।”
कई परिवार पलभर में उजड़ गए
इस हमले ने कई परिवारों की खुशियां उजाड़ दीं। कुछ परिवार तो ऐसे हैं जिनमें एक ही झटके में पति, पत्नी और बच्चे तक खत्म हो गए। पहलगाम घूमने आए इन पर्यटकों ने कभी नहीं सोचा होगा कि कुदरत की गोद में बसा यह इलाका, अचानक आतंक का मैदान बन जाएगा।
सुरक्षा एजेंसियों पर फिर उठे सवाल
इस हमले के बाद एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं। जब पर्यटक इतनी बड़ी संख्या में वहां मौजूद थे, तो सुरक्षा घेरा क्यों नहीं कड़ा किया गया? कैसे आतंकी उस इलाके तक पहुंच गए और फिर हमला कर भाग भी निकले?
पीड़ितों को सरकार की सहायता
गृह मंत्री अमित शाह खुद श्रीनगर पहुंच चुके हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने और घायलों का मुफ्त इलाज करवाने का निर्देश दिया है। साथ ही पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। सुरक्षाबलों को "shoot at sight" यानी दिखते ही मारने के निर्देश जारी किए गए हैं।