बांके बिहारी मंदिर में हथियार के साथ पुलिसकर्मी का वीडियो वायरल, श्रद्धालुओं में आक्रोश

punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 10:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विश्व प्रसिद्ध ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक पुलिसकर्मी बंदूक लिए मंदिर के गर्भगृह के पास खड़ा दिखाई दे रहा है। यह दृश्य मंदिर में हो रहे देहरी पूजन के दौरान का बताया जा रहा है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद ब्रज क्षेत्र के लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। स्थानीय श्रद्धालुओं और सेवायतों का कहना है कि बांके बिहारी मंदिर की परंपरा के अनुसार मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र लाने की सख्त मनाही है। ऐसे में पुलिसकर्मी का हथियार लेकर गर्भगृह के पास खड़ा होना बेहद आपत्तिजनक है।

मंदिर में बालरूप में होती है सेवा, इसलिए नहीं बजते हैं घंटे-घड़ियाल

बांके बिहारी जी की सेवा बालरूप में की जाती है। मान्यता है कि बालरूप में ठाकुर जी को तेज आवाजों से डर लगता है। इसी कारण मंदिर में घंटा, घड़ियाल या माइक का उपयोग नहीं किया जाता। मंदिर की यह परंपरा वर्षों पुरानी है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है।

ब्रजवासियों का कहना है कि जिस मंदिर में तेज आवाज तक वर्जित है, वहां पर हथियारों का प्रवेश आस्था और परंपरा का अपमान है।

वीआईपी मूवमेंट के चलते लाए गए थे हथियार?

सूत्रों के अनुसार, घटना के समय मंदिर में कुछ वीआईपी लोग पहुंचे थे जो मंदिर के जगमोहन में कुर्सी पर विराजमान थे और देहरी पूजन कर रहे थे। इस दौरान सुरक्षा के नाम पर पुलिसकर्मी हथियार लेकर मंदिर में प्रवेश कर गए, जो परंपराओं के खिलाफ है।

यह भी बताया जा रहा है कि वीआईपी मूवमेंट के कारण मंदिर की व्यवस्था में बदलाव किया गया, जिससे श्रद्धालुओं और सेवायतों में असंतोष फैल गया।

ब्रजवासियों ने उठाए सवाल, शासन से कार्रवाई की मांग

वीडियो वायरल होने के बाद ब्रजवासियों ने यह सवाल उठाया है कि मंदिर में हथियार लाने की अनुमति किसने दी? साथ ही लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में मंदिर की गरिमा और परंपरा से कोई समझौता न हो।

सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। अधिकतर लोग इसे मंदिर की मर्यादा का उल्लंघन मान रहे हैं और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

अब आगे क्या?

अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि प्रशासन और मंदिर प्रबंधन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। साथ ही, यह भी देखा जाना बाकी है कि इस तरह की घटनाओं से मंदिर की पारंपरिक व्यवस्था और श्रद्धालुओं की आस्था पर क्या असर पड़ेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Parveen Kumar

Related News