लॉकडाउन में आप भी हुए घरेलू हिंसा के शिकार...उठाएं आवाज और ट्विटर पर बयां करें अपना दर्द

Wednesday, May 27, 2020 - 01:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा घरेलू हिंसा के मामले सामने आए। राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़े बताते है कि लॉकडाउन के एक महीने में घरेलू हिंसा के मामलों में दो गुना वृद्धि हुई है। महिला आयोग ने 23 मार्च से 16 अप्रैल तक घरेलू हिंसा के 587 मामले दर्ज किए जबकि 27 फरवरी से 22 मॉर्च तक 396 मामले दर्ज किए गए। घरेलू हिंसा के विरोध में वीरवार को ट्विटर पर एक अभियान शुरू किया जा रहा है। अगर आप भी घरेलू हिंसा के शिकार हुए हैं तो अपने दर्द को ट्विटर पर बयां कर सकते हैं। दस प्रमुख संगठन मैराथन की तर्ज पर ‘ट्वीटएथोन’ शुरू करेंगे जो ‘#चुप्पीतोड़ो’ और ‘#आखिर क्यों ?’ के रूप में होगा।  

 

ये संगठन कल दिन में साढ़े तीन बजे एक साथ सैकड़ों ट्वीट कर यह सवाल उठाएंगे कि लॉकडाउन में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा क्यों बढ़ रही है। ‘लव मैटर्स इंडिया’ नामक संगठन की पहल पर शुरू हो रहे इस अभियान का मकसद घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी के खिलाफ जन जागरण शुरू करना है। लव मैटर्स इंडिया की प्रमुख वीथिका यादव ने कहा कि  हमने संगठनों से ही नहीं बल्कि लोगों से भी अपील की है कि वे ट्वीट कर अपने विचार व्यक्त करें। इस सवाल को उठाए और इस हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करें। अपनी हिंसा की कहानियों को अपने अनुभवों को ट्विटर पर लिखें। वीथिका यादव ने बताया कि 10 से अधिक संगठन इस अभियान में हिस्सा ले रहे जिनमें ‘पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया’, ‘ इंटरनेशनल रिसर्च सेन्टर ऑन वीमेन’, ‘आई’ ‘ब्रेकथ्रू’, ‘शक्ति शालिनी’, ‘हैया’, ‘सी आर ई आए’ जैसे संगठन ‘ट्वीटएथोन’ शुरू करेंगे।

Seema Sharma

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