केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं- उपराष्ट्रपति
Saturday, Sep 07, 2019 - 02:31 PM (IST)
नई दिल्ली: चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि निराश होने वाली कोई बात नहीं है। नायडू के मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। इसरो का केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं...।’
130 करोड़ भारतीयों को इसरो की सफलताओं पर गर्व है। अनुसंधान की अनिश्चितताओं में इसरो ने हर असफलता को एक अवसर मान कर, उससे बड़ी सफलता हासिल की है। सिर्फ लैंडर से संपर्क टूटा है, आपका हौसला नहीं, देश का विश्वास नहीं टूटा। @isro #isro #Chandrayaan2
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) September 7, 2019
उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऑर्बिटर अपने पेलोड के साथ अब भी काम कर रहा है। उन्होंने लिखा, ‘मैं इसरो के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और चंद्रयान-2 से जुड़े सभी लोगों को अंतरिक्ष अन्वेषण में नए मोर्चे पर विजय प्राप्त करने के प्रयास में उनकी कड़ी मेहनत एवं प्रतिबद्धता के लिए सलाम करता हूं।’ नायडू ने भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को उनपर गर्व है।
आर्बिटर तथा उसके अन्य उपकरण भली भांति कार्य कर रहे हैं और हमें उपयोगी जानकारी देते रहेंगे। चरैवेति चरैवेति।
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) September 7, 2019
देश को इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की उपलब्धियों पर सदैव गर्व है।@isro #isro #Chandrayaan2
गौरतलब है कि चंद्रयान- 2 के लैंडर विक्रम का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। संपर्क तब टूटा, जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया।