एक नजर वेंकैया नायडू के राजनीतिक करियर पर

punjabkesari.in Saturday, Aug 05, 2017 - 07:30 PM (IST)

नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित हुए वेंकैया नायडू दक्षिण भारतीय राजनीति में भाजपा के कद्दावर नेता रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक  जीवन की शुरुआत कॉलेज के दिनों से की। साल 1972 में जय आंध्र आंदोलन से एक राजनीतिक पहचान मिली। नायडू इस आंदोलन में बहुत सक्रिय रहे। साल 1974 में उन्होंने जय प्रकाश नारायण के भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान में आंध्र प्रदेश के छात्र संघर्ष समिति के संयोजक के रूप में भी काम किया। इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान नायडू को जेल भी जाना पड़ा। इनकी भाषण शैली का किसानों और पिछड़ी जाति के लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ा।

अपनी राजनीतिक क्षमताओं के आधार पर नायडू आंध्र प्रदेश के उदयगिरी विधानसभा से 2 बार चुनाव जीते, इस तरह ये आंध्र प्रदेश में भाजपा का मशहूर नेता बन गए। 1980-85 के दौरान नायडू आंध्रप्रदेश के लेजिस्लेटिव नेता तथा 1996-2000 के बीच भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे।

1999 में एनडीए सरकार में वेंकै या नायडू ग्रामीण विकास मंत्रालय का कार्यभार संभाला। 2002 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, इनकी कार्यशैली को देखते हुए साल 2004 में इन्हें फिर से तीन साल के लिए भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।  2004 तथा 2010 में कर्नाटक रा’यसभा चुनाव जीता। 2014 में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद इन्होंने शहरी विकास मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। वेंकैया नायडू दक्षिण भारतीय होते हुए हिंदी में भाषण देते हैं जिससे उनकी एक खास पहचान बनी। 


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