रिजिजू के खिलाफ आरोप कांग्रेस की थूको और भागो नीति का हिस्सा: नायडू

Wednesday, Dec 14, 2016 - 04:28 PM (IST)

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू से जुड़े विवाद पर राज्यसभा और लोकसभा में हुए हंगामे के बीच मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी एम.वैंकेया नायडू ने आज रिजीजू के खिलाफ आरोपों को खारिज कर दिया। नायडू ने कहा कि ये आरोप कांग्रेस की ‘‘थूको और भागो’’ रणनीति का हिस्सा हैं। नायडू ने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय पहले ही स्पष्टीकरण दे चुका है और कांगे्रस को तो यह भी नहीं पता कि यह परियोजना उस समय मंजूर की गई थी, जब केंद्र में उसका शासन था। नायडू ने यहां आयोजित ‘एशिया पैसिफिक कॉन्फ्रेंस ऑन हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट’ से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्हें (विपक्ष को) मुद्दा उठाने दीजिए। चर्चा होने दीजिए।

ऊर्जा मंत्रालय की आेर से स्पष्टीकरण पहले ही दिया जा चुका है। धन और ठेका पिछली कांग्रेस सरकार के शासनकाल में दिया गया था। उन्हें यह भी नहीं पता। एेसे में मैं समझ नहीं पा रहा कि वे लोग किस पर आरोप लगा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि रिजिजू ने बस ‘‘उन चंद लोगों के’’ अनुरोध को ‘‘आगे भेजा’’ था, जिन्हें एक हाइड्रो प्रोजेक्ट के लिए ‘‘धन नहीं मिला था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह घोटाला कैसे है? इसमें उनकी (रिजिजू की) भूमिका क्या है? यह एक झूठा आरोप है।’’ नायडू ने कहा, ‘‘यह विपक्ष, खासकर कांग्रेस, की रणनीति है। थूको और भाग जाआे। वे रिजीजू के साथ भी एेसा ही करने की कोशिश कर रहे हैं। सच को सामने आ लेने दीजिए। सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।’’

रिजिजू से जुड़े विवाद पर मचे हंगामे के बाद लोकसभा को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया था जबकि राज्यसभा को विपक्ष के हंगामे के चलते दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। रिजिजू पर आरोप है कि उन्होंने अरूणाचल प्रदेश में 600 मेगावॉट की बिजली परियोजना के एक ठेकेदार, अपने रिश्ते के भाई के रोके गए भुगतान को जारी करने की सिफारिश की थी। कांग्रेस ने मंगलवार को ‘‘450 करोड़ रुपए के अरूणाचल बिजली घोटाले’’ में रिजीजू की ‘‘संलिप्तता’’ का आरोप लगाते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग की थी। कांग्रेस ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री के पारदर्शिता लाने के ‘‘बड़े-बड़े दावे धाराशाई हो गए हैं।’’

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