नाके के दौरान वाहन चोर काबू, कब्जे से बरामद हुईं 6 गाड़ियां

Saturday, Dec 10, 2016 - 04:02 PM (IST)

चंडीगढ़, (संदीप कुमार): दुपहिया वाहन चोरी की वारदातें करने वाले आरोपी को काबू कर सैक्टर-26 थाना पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चोरीशुदा 6 वाहन बरामद किए हैं। काबू किए गए आरोपी की पहचान सैक्टर-56 निवासी अनित के तौर पर हुई है जो मास्टर की के जरिए वाहन चोरी की वारदातें करते थे। पुलिस ने आरोपी को जिला अदालत में पेश किया था जहां उसे 2 दिन के रिमांड पर भेजा दिया था। आरापी को फिर शनिवार को पुन: जिला अदालत में पेश किया जहां से उसे और 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। 

नाके पर पुलिस ने किया काबू :
जानकारी के अनुसार गत गत बुधवार सैक्टर-26 थाना प्रभारी जसपाल सिंह की अगुवाई में थाना पुलिस की टीम ने सैक्टर-28 स्थित आई.टी.आई. टर्न पर नाका लगाया था। इसी दौरान पुलिस ने यहां मोटरसाइकिल पर आ रहे युवक को रोका और उसे मोटरसाइकिल के दस्तावेज दिखाने को कहा लेकिन बाइक चालक दस्तावेज नहीं दिखा पाया। जब पुलिस ने उससे कड़ी पूछताछ की तो पता चला कि मोटरसाइकिल चोरी का है। इस पर पुलिस ने मोटरसाइकिल कब्जे में लेते हुए आरोपी जिसकी पहचान अनित के तौर पर हुई थी के खिलाफ वाहन चोरी का केस दर्ज कर काबू कर लिया। पुलिस ने आरोपी को वीरवार को जिला अदालत में पेश कर रिमांड मांगा तो अदालत ने पुलिस को आरोपी का 2 दिन का रिमांड लेने की इजाजत दी। रिमांड में पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो पुलिस ने उसकी निशानदेही पर उसके द्वारा चोरी किए अन्य 5 एक्टिवा भी बरामद कर लिए जो उसने मौलीजागरां और सैक्टर-32 में लावारिस खड़े किए थे। पुलिस ने जांच के दौरान शहर के विभिन्न थानों में दर्ज 6 वाहन चोरी के केस सुलझाने का दावा किया है।

मास्टर की से खोलता था ताले :
आरोपी मास्टर की के जिसके जरिए वह दुपहिया वाहनों के ताले तोड़ कर उन्हें चुराता था। पुलिस ने वह मास्टर की भी बरामद कर ली है। वहीं पुलिस जांच में सामने आया कि उस मास्टर की से वाहनों के ताले नही खुल रहे है जिससे पुलिस को जान पड़ रहा है कि आरोपी पुलिस को इस मास्टर की के बारे में बता कर गुमराह कर रहा है। पुलिस की मानें तो वह वाहनों के ताले तोडऩे के लिए कोई और तरकीब लगाता था जिसका पता लगाने के लिए पुलिस उसका और रिमांड लेगी। 

मौज मस्ती के लिए करता था वाहन चोरी: 
जांच में पता लगा कि आरोपी मौज मस्ती के लिए वाहन चोरी करता था। चोरी करने के बाद वह वाहन को सिर्फ उतना ही चलाता जितना उसमें पैट्रोल होता था। पैट्रोल खत्म होते ही वह उस वाहन को वहीं आसपास पार्क कर देता था और फिर से नया वाहन चुराता था। 

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