वसुंधरा राजे ने जब यात्रा निकाली तब बनी मुख्यमंत्री

Saturday, Oct 06, 2018 - 03:48 PM (IST)

जयपुर: राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में अपनी गौरव यात्रा से पहले चुनाव के समय दो यात्राएं निकाली और दोनों बार वह राज्य की मुख्यमंत्री बनी। पांच बार सांसद रही राजे ने राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश अध्यक्ष रहते वर्ष 2003 में परिवर्तन यात्रा निकाली थी और यात्रा की शुरुआत 26 अप्रैल 2003 को उदयपुर संभाग के राजसमंद जिले में चारभुजा मंदिर से की थी।


यात्रा का शुभारंभ तत्कालीन उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने किया था। उस दौरान राजे ने प्रदेश में करीब तेरह हजार किलोमीटर की यात्रा कर सभी जिलों की लगभग हर विधानसभा क्षेत्र से गुजरी और कई विधानसभा क्षेत्रों में अपनी जनसभाएं की। इसके बाद हुए चुनाव में भाजपा को 120 सीटे हासिल हुई और वह प्रदेश में पहली बार मुख्यमंत्री बनी।  इसके बाद वर्ष 2008 में कांग्रेस के फिर सत्ता में आने के बाद वर्ष 2013 में वसुंधरा ने एक बार फिर पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष रहते सुराज संकल्प यात्रा निकाली। चार अप्रैल 2013 को शुरु की गई इस यात्रा का शुभारंभ चारभुजा मंदिर से तत्कालीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने किया था।
 
राजे की सुराज संकल्प यात्रा 21 जुलाई 2013 तक चली और इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचण्ड बहुमत मिला और उसने राज्य में विधानसभा की कुल 200 सीटों में 163 पर जीत हासिल कर दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी। इस बार विधानसभा चुनाव 2018 के समय वह मुख्यमंत्री रहते राजस्थान गौरव यात्रा निकाली हैं। यह यात्रा भी चारभुजा मंदिर से ही शुरु की। इसका शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने किया था। राजे की गौरव यात्रा प्रदेश की सवा सौ से अधिक विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी और इस दौरान 90 से अधिक जनसभाएं की गई। इस दौरान उन्होंने चार हजार से अधिक किलोमीटर की यात्रा तय कर 29 जिलों में 126 विधानसभाओं से गुजरी और 91 जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किये गये विकास कार्याें एवं अन्य उपलब्धियों को गिनाया गया। 


गौरव यात्रा का समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अजमेर में किया। राजे ने इससे पहले की गई दोनों यात्राएं विपक्ष में रहते की थी और इस बार वह खुद सत्ता में हैं। अब इसका आगामी चुनाव में क्या असर होता हैं, यह चुनाव परिणामों में देखने को मिलेगा। उल्लेखनीय है कि वसुंधरा राजे वर्ष 1989 से 2003 तक नौवीं से तेरहवीं लोकसभा तक लगातार पांच बार सांसद रही और उन्हें केन्द्र सरकार में मंत्री भी बनाया गया। वह राजस्थान में 1985 में धौलपुर से आठवीं विधानसभा के लिए धौलपुर से विधायक चुनी गई। इसके बाद वर्ष 2003 में 12वीं , वर्ष 2008 में 13वीं तथा वर्ष 2013 में 14वीं विधानसभा के लिए झालावाड़ जिले के झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुई और इस दौरान राज्य में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी।
 

vasudha

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