अमित शाह की नजर में यहां नाकाम रहे वाजपेयी

punjabkesari.in Sunday, Apr 10, 2016 - 11:36 AM (IST)

नई दिल्ली: असम और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा जहां जोरो-शोरो से चुनाव प्रचार में जुटी है और बंगलादेशी घुसपैठ का मुद्दा पूरे जोरो से उठा रही है, वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बांग्लादेशी घुसपैठ मुद्दे का हल पड़ोसी देश के साथ किसी समझौते के अभाव में नहीं कर सके थे।

 

उनसे सवाल किया गया था कि केंद्र में वाजपेयी नीत भाजपा सरकार और प्रफुल्ल कुमार महंत के नेतृत्व में राज्य में दो बार रही अगप सरकार के दौरान भी मुद्दे का हल क्यों नहीं हो सका। तो शाह ने जबाव में  कहा, ‘हमारा उस समय बांग्लादेश के साथ कोई समझौता (भूमि सीमा समझौता) नहीं था। इसलिए सीमा पर बाड़बंदी का काम पूरा नहीं हो सका। अब समझौता है।’ 

 

शाह ने कहा, ‘घुसपैठ समस्या के हल के लिए, केंद्र और राज्य दोनों स्थानों पर भाजपा की सरकार चाहिए। सिर्फ असम सरकार से इसका समाधान नहीं हो सकता।’ अगर भाजपा नीत गठबंधन असम में सत्ता में आती है तो घुसपैठ रोकने के लिए सरकार अगले तीन महीनों के अंदर एक तंत्र स्थापित करेगी।

 

शाह ने हालांकि अवैध प्रवासियों के निर्वासन पर प्रतिबद्धता जताने से इंकार किया और कहा, ‘सत्ता में आने के बाद, हम सीमा को पूरी तरह से बंद करेंगे और एन.आर.सी को अद्यतन बनाने की प्रक्रिया तेज करेंगे। निर्वासन असम, भारत और बांग्लादेश की सरकारों के बीच संयुक्त समझौते से करना होगा। सिर्फ असम सरकार इसे नहीं कर सकती।’ 


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