मलबे से जिंदा बचे मजदूर ने सुनाई उत्तराखंड बारिश के कहर की आपबीती, कहा-''नींद में ही हो गई दोस्तों की मौत''

Wednesday, Oct 20, 2021 - 11:51 AM (IST)

देहरादून- उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते वहां की बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है।  भारी बारिश में करीब 46 लोगों की मौत हो गई है, इनमें से 28 मौतें तो नैनीताल जिले  में ही बताई जा रही है। इस आपदा में अपनों को खोने वालों में 20 साल के काशीराम भी शामिल है जिन्होंने इस हादसे की दिल दहला देने वाला आप बीती साझा की।
 

एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के काशीराम और उनके पांच सहकर्मी मजदूरी करते थे और नैनीताल के पास मुक्तेश्वर में अपनी कर्मस्थली के पास ही एक झोपड़ी में सो रहे थे,  मंगलवार को झोपड़ी के पास मौजूद बिल्डिंग की दीवार जब अचानक गिर गई तो वह सब उसमें ही दब गए। इस घटना में वह तो बाल बाल बच गए लेकिन उनके बाकी दोस्त नहीं बच सके। उन्होंने बताया कि हम सब नींद में जिस वजह से हम कुछ भी नहीं कर पाए और मेरे दोस्त की  नींद में ही  मौत हो गई। 
 

वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कुमाऊं के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया। राज्य में पिछले तीन दिन से मूसलाधार बारिश जारी है और इससे जुड़ी घटनाओं में अभी तक 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। धामी रुद्रप्रयाग, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले में प्रभावित इलाकों का पहले ही दौरा कर चुके हैं। बुधवार को वह खटीमा, चंपावत और अल्मोड़ा भी जाएंगे।
 

नैनीताल के बाद कुमाऊं संभाग में अल्मोड़ा और चंपावत जिलों में हताहत हुए लोगों की संख्या सबसे अधिक है। धामी ने अधिकारियों को भारी बारिश से हुए नुकसान के आकलन के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक बारिश संबंधी घटनाओं में 46 लोगों की मौत हुई है, जबकि 11 अन्य लोग लापता हैं। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार शाम देहरादून पहुंचेंगे।

Anu Malhotra

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