उत्तराखंड बस में नाबालिग से गैंगरेप, ड्राइवर और कंडक्टर समेत 6 आरोपी गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Aug 18, 2024 - 01:05 PM (IST)

नई दिल्ली : आज देश में आए दिन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसी घटनाएं हो रही है।अभी कुछ दिन पहले ही कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ पहले बलात्कार और फिर बेरहमी से उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इस तरह कि घटनाएं किसी एक राज्य में नहीं हो रही बल्की हर दिन देश के हर राज्य में हो रही है। हम उस देश के निवाशी है जहां सिर्फ वस्त्र हरन करने पर महाभारत जैसी घटनाएं हो जाती थी। हमे तो गर्व होना चाहिए अपने महान इतिहास पर इस देश के नागरिक होने पर।

मानव सिर्फ कहने मात्र के लिए ही मानव
आज देश के नागरिकों को पता नहीं क्या हो गया है वह अपने परिवार और बहन के लिए तो शेर बनकर खड़े रहते है। पर बात जैसी ही दूसरों की बहन और बेटी की इज्जत की होती है तो सब भूल जाते है। आज का मानव सिर्फ कहने मात्र के लिए ही मानव है। वरना इसके काम तो दानव से भी बदतर होते जा रहे है। आज एक और ऐसा ही मामला आया है जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। 

पीड़िता की मानसिक स्थिति बिगड़ी 
आपको बता दें कि एक नाबालिग लड़की से दिल्ली से उत्तराखंड जाने वाली रोडवेज की बस में ड्राइवर सहित 6 लोगों ने दुष्कर्म की एक घटना सामने आई है। इस घटना के बाद से पीड़िता की मानसिक स्थिति काफी बिगड़ गई है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बस के ड्राइवर और कंडक्टर समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

बस में यात्रा के दौरान हुआ दुष्कर्म 
जानकारी के अनुसार, पीड़िता मुरादाबाद जिले की रहने वाली है। 12 अगस्त की रात को, लड़की दिल्ली के आईएसबीटी से उत्तराखंड रोडवेज की बस में सवार हुई थी और देहरादून जाने के लिए यात्रा कर रही थी। रात लगभग 12:30 बजे, बस में यात्रा के दौरान नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना घटी। इस घटना के बाद, 13 अगस्त की सुबह 2 से 2:30 बजे के बीच, पीड़िता बदहवास स्थिति में मिली थी।

ड्राइवर, कंडक्टर समेत अन्य 6 गिरफ्तार 
एसएसपी ने पुष्टि की है कि इस मामले में बस के ड्राइवर, कंडक्टर और अन्य 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट अभी आना बाकी है, जो इस मामले की गंभीरता को और स्पष्ट करेगी। आईएसबीटी स्थित सरोजिनी, सीडब्ल्यूसी (CWC) की पर्यवेक्षक ने बताया कि पीड़िता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उसके शरीर पर कोई स्पष्ट चोट या ब्लीडिंग नहीं देखी गई। हालांकि, अंदरूनी चोटों के बारे में अभी कुछ भी कहना मुश्किल है। बच्ची को वेलफेयर सेंटर भेजा गया है और पुलिस मामले की पूरी गंभीरता से जांच कर रही है।

 

 

 
 

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Content Editor

Utsav Singh

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