Exclusive: CM बनने के बाद योगी के सामने पहली बड़ी चुनौती

Thursday, Jul 20, 2017 - 04:44 PM (IST)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ के सामने अबतक की सबसे बड़ी सियासी चुनौती सामने आने वाली है। ये चुनौती मायावती के रूप में सामने आएगी। माना जा रहा है कि मायावती फूलपुर लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ सकती है। इतना ही नहीं इस लड़ाई में मायावती को सपा और कांग्रेस का भी साथ मिलेगा। मतलब साफ है उत्तर प्रदेश की इस लोकसभा सीट पर लड़ाई में एक तरफ योगी और एक तरफ पूरा विपक्ष होगा। ये लड़ाई 2019 का ट्रायल भी मानी जा रही है। 

क्यों खाली होगी फूलपुर सीट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को शपथ ली थी उनके साथ ही केशव प्रसाद ने भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। संवैधानिक तौर पर इन दोनों नेताओं को पद पर बने रहने के लिए 19 सितंबर से पहले विधानसभा में पहुंचना जरूरी है लिहाजा इन दोनों को अपने सांसद पद से इस्तीफा देना होगा। योगी आदित्यनाथ गोरखरपुर और कैशव प्रसाद मौर्य फूलपुर से पार्टी के सांसद हैं। 

भाजपा ने 2014 में फूलपुर सीट चुनाव जीता था और उस समय केशव प्रसाद मौर्य को करीब 5 लाख से ज्यादा वोट मिले थे जबकि बसपा के उम्मीदवार कपिल मुनी करवाडिय़ो को 1 लाख 63 हजार 710 वोट मिला था। सपा के उम्मीदवार धर्मराज पटले को 1 लाख 95 हजार 256 व कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद कैफ को 58 हजार 127 मत हासिल हुए थे। इस सीट पर यदि मायावती मैदान मेें उतरी और विपक्ष का वोट एकजुट हुआ तो यहां भाजपा के लिए लड़ाई आसान नहीं रहेगी। 

गोरखपुर का गणित
ये सीट लंबे समय से भाजपा के पास है और योगी आदित्यनाथ इस सीट पर चुनाव जीतते रहे हैं। पिछले चुनाव में योगी आदित्यनाथ को इस सीट पर 5 लाख 36 हजार 127 वोट मिले थे। जबकि सपा के राजमति निशद 2 लाख 26 हजार 344 व बसपा को 1 लाख 76 हजरा 412 मत हासिल हुए थे।  योगी आदित्यनाथ की जगह कोई अन्य उम्मीदवार यहां से मैदान में उतरता है तो यहां पर सियासी जंग दिलचस्प हो जाएगी।

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