वित्तीय घाटा काबू करने में आरबीआई कोष का इस्तेमाल: चिदंबरम
Saturday, Nov 10, 2018 - 10:41 PM (IST)
नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर वित्तीय घाटा काबू करने में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कोष को इस्तेमाल करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि मौद्रिक स्थिति स्थिर बनाये रखने की आरबीआई की क्षमता कमजोर करने के लिए कुछ नहीं किया जाना चाहिए।
चिदंबरम ने शुक्रवार देर शाम में ट्विटर पर आरोप लगाया कि आरबीआई की 19 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार वित्तीय घाटे का लक्ष्य हासिल करने के लिए आरबीआई गवर्नर पर दबाव बना रही है। सरकार आरबीआई के कोष का इस्तेमाल वित्तीय घाटा नियंत्रण में रखने के लिए करना चाहती है। उन्होंने कहा कि आरबीआई का कोष अपने हाथ में लेने का सरकार का तात्कालिक मकसद वित्तीय घाटा लक्ष्य हासिल करना और चुनावी वर्ष में व्यय बढ़ाना है। इसके लिए सरकार को कम से कम एक लाख करोड़ रुपए चाहिए।
I fear the worst at the next meeting of the Board on November 19, 2018, and I consider it my duty to warn the people of the country of the catastrophic consequences of the BJP government’s ill-conceived actions.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 9, 2018
कांग्रेस नेता ने कहा कि आरबीआई की 19 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में कुछ बुरा होने की आशंका है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि भाजपा सरकार के गलत इरादे से किए जा रहे कार्यों के कुप्रभावों के बारे में देशवासियों को आगाह करना मेरा कर्तव्य है। सरकार पहले ही आरबीआई अधिनियम की धारा सात का इस्तेमाल करके असाधारण कदम उठा चुकी है।