कोविड संकटः भारत की मदद के नाम पर पाकिस्तानी NGO ने किया इतिहास का सबसे शर्मनाक घोटाला

Tuesday, Jun 15, 2021 - 01:38 PM (IST)

वाशिंगटन: पाकिस्तान कोरोना महामारी में भी घटिया हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारत की कोविड संकट में मदद  के नाम पर पाकिस्तानी NGO द्वारा इतिहास का सबसे शर्मनाक घोटाला सामने आया है।  डिसइन्फो लैब की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका स्थित पाकिस्तान से जुड़े चैरिटी संगठनों ने भारत की कोविड मदद के नाम पर अरबों रुपए चंदा इकट्ठा किया जिसका उपयोग भारत के ही खिलाफ विरोधों को भड़काने और आतंकी हमलों को प्रायोजित करने के लिए किए जाने की संभावना है।

डिसइन्फो लैब की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
डिसइन्फो लैब द्वारा 'कोविड-19 स्कैम 2021' की रिपोर्ट में इसे मानवीय सहायता के नाम पर किए गए इतिहास के सबसे बुरे घोटालों में से बताया गया है क्योंकि 'हेल्पिंग इंडिया ब्रीद' के नाम पर लाखों डॉलर का घोटाला किया गया है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत को दुनिया भर से मदद मिली। हालांकि कुछ संगठनों ने दान के नाम पर अवैध रूप से धन इकट्ठा करने के लिए संकट का उपयोग किया। डिसइन्फो लैब ने कई एसे चैरिटी संगठनों का पर्दाफाश किया है जो भारत के नाम का फायदा उठाकर धन जुटाने में कामयाब रहे। इन संगठनों के कट्टरपंथी इस्लामवादियों और आतंकवादी संगठनों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं और इन्हें पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर चलाया जा रहा है।

संगठन ने नाम बदल कर  किया घोटाला
ऐसा ही एक इस्लामिक संगठन है उत्तरी अमेरिका का इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन नॉर्थ अमेरिका (IMANA) जिसने कोरोना संकट में भारत की मदद के बहाने दुनिया भर के लोगों द्वारा दान किया गया कई करोड़ का फंड चोरी किया।  IMANA इलिनोइस-आधारित चिकित्सा राहत संगठन है जिसे औपचारिक रूप से 1967 में इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के रूप में स्थापित किया गया था और बाद में इसका नाम बदलकर IMANA कर दिया गया। कई अन्य संगठनों के विपरीत IMANA कोविड संकट के दौरान अपने हाल के चैरिटी अभियान में अपारदर्शी था और इसने जिस तरह से करोड़ों रुपये एकत्र किया, उसके बारे में बेहद कम जानकारी दी है।

सोशल मीडिया पर ऐसे जुटाया फंड
IMANA- के वर्तमान अध्यक्ष डॉ इस्माइल मेहर ने 27 अप्रैल, 2021 को इंस्टाग्राम पर #HelpIndiaBreathe अभियान शुरू किया था और 1.8 करोड़ का शुरुआती लक्ष्य रखा था।  बता दें कि IMANA का न तो भारत में कोई कार्यालय है और न ही कोई प्रतिनिधि। डिसइन्फो लैब की रिपोर्ट के अनुसार IMANA- को कम समय में भारी मात्रा में धन प्राप्त हुआ और तय लक्ष्य के पूरा होते ही लक्ष्य राशि को बार-बार संशोधित भी किया गया। डिसइन्फो लैब की गणना के अनुसार इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन को कुल राशि 30 करोड़ रुपए से 158 करोड़ रुपए के बीच दान प्रप्त हुआ है।

Tanuja

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