उरी और बालाकोट अटैक सीमा पार आतंकवाद के लिए करारा जवाब

Wednesday, Feb 28, 2024 - 05:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राष्ट्रीय गणना को एक जटिल समस्या बताया है। सोमवार को जेएनयू में पंडित हृदय नाथ कुंजरू मेमोरियल लेक्चर 2024 देते हुए उन्होंने कहा, "पश्चिमी मोर्चे पर, सीमा पार आतंकवाद की लंबे समय से चली आ रही चुनौती को अब और अधिक उचित प्रतिक्रिया मिल रही है। मेरा विश्वास करें, उरी और बालाकोट ने अपना संदेश भेजा है।"

मंत्री ने कहा कि ''राष्ट्रीय सुरक्षा का गणित'' बहुत अधिक जटिल हो गया है। उन्होंने कहा, "प्रतिस्पर्धा और दबाव बनाने के पारंपरिक तरीकों को प्रभाव और विघटन के नए उपकरणों से बल मिला है। यहां भी, भारत ने दृढ़ संकल्प और धैर्य के साथ पीछे धकेल दिया है।" विदेश मंत्री ने कहा कि 2020 में एलएसी पर चीन की चुनौती के लिए भारत की "तीव्र और प्रभावी जवाबी तैनाती उचित जवाब थी" उन्होंने कहा कि सीमा बुनियादी ढांचे की लंबे समय से हो रही उपेक्षा को दूर करने की मांग करके, देश की रक्षा को "अधिक रक्षात्मक" बनाया गया है।

दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की सूची में  भारत पिछले दशक में छह स्थान आगे आया है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन वास्तविक है, लेकिन यह "imperfect and imperfect"है और "हमेशा एक रैखिक तरीके से नहीं" सामने आता रहेगा। जयशंकर ने कहा, "वैश्वीकरण और पहचान और स्वायत्तता के दावे के खिलाफ प्रतिक्रिया हो रही है। उदाहरण के लिए, यह अमेरिका और ब्रिटेन की राजनीति में दिखाई दे रहा है और जोर पकड़ता जा रहा है।"

Radhika

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