''मम्मी पापा मुझे माफ कर देना, मैं आपका नाम रोशन नहीं कर पाई''

Sunday, Sep 30, 2018 - 12:08 PM (IST)

नॉर्थ दिल्ली(नवोदय टाइम्स): यूपीएससी में बार-बार प्रयास के बाद भी सफलता न मिलने से हताश एक छात्रा ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव शनिवार सुबह कमरे से सड़ी गली हालत में बरामद हुआ है। मामला तिमारपुर थाना क्षेत्र का है। मृतका की पहचान शिल्पा ठाकुर उर्फ शिल्पू (27) के रूप में हुई है। वह सर्वेंट क्वार्टर में किराए पर रहकर आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थी, लेकिन कुछ भी नहीं बन सकी। घटना स्थल से पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। फिलहाल तिमारपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सब्जी मंडी मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है।

दो दिन से था मोबाइल स्विच ऑफ
पुलिस के मुताबिक,शिल्पा का परिवार शाहदरा के अशोक नगर में रहता है। पिता रामनरेश की दुकान है। परिवार में दो भाई, दो बड़ी बहनें हैं। एक बहन सरकारी नौकरी में है। जबकि शिल्पा माल रोड स्थित सर्वेंट क्वार्टर में किराए पर रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थी। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि शिल्पा ने तीन बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी। मगर उसे सफलता नहीं मिली। जिसके चलते वह तनाव में रहने लगी। उसका इलाज भी चल रहा था। पिछले चार दिन से परिवार वाले और एक सहेली लगातार कॉल कर रहे थे। शुरू के दो दिन मोबाइल पर कॉल जाती रही। दो दिन से मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। शनिवार सुबह करीब 9 बजे मंगोलपुरी निवासी उसकी एक सहेली जब फ्लैट पर पहुंची तो अंदर झांकने पर शिल्पा का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। 

सुसाइड नोट में झलका दर्द
सूचना मिलते ही जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घटना स्थल से मिले सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा है कि ‘मैं शिल्पा ठाकुर, एक आईएएस बनना चाहती थी, मगर मैं कुछ भी नहीं कर पा रही हूं। मम्मी पापा मुझे माफ कर देना, मैं आपका नाम रोशन नहीं कर पाई। मैं बहुत अकेली हो गई हूं। मैं अपने परिवार को बहुत प्यार करती हूं। मैं बहुत तनाव में हूं, आज मेरे साथ कोई नहीं है। मेरी लाइफ अब खत्म हो गई है। रोज 18 घंटे पढ़ती थी, लेकिन मेरा सब कुछ खो गया’। इसके अलावा पुलिस को मौके से मोबाइल मिला है। सुसाइड नोट की लिखावट को बहन ने पहचान लिया है। संभवत: रविवार को शव का पोस्टमार्टम होगा। फिलहाल पुलिस मृतका के परिजनों से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है।

Anil dev

Advertising