बल्ले- बल्ले! अब तीर्थयात्रा के लिए पैसों की नहीं होगी टेंशन, यूपी सरकार ने कर दिया बड़ा ऐलान
punjabkesari.in Saturday, Jul 05, 2025 - 04:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बौद्ध और सिख श्रद्धालुओं की धार्मिक यात्राओं को आसान बनाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। शनिवार को हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में सीएम ने कहा कि तीर्थ यात्राएं भारतीय संस्कृति में आत्मिक उत्थान और सामाजिक समरसता का महत्वपूर्ण माध्यम रही हैं। इसलिए राज्य सरकार का यह कर्तव्य है कि वह नागरिकों को उनकी आस्था से जुड़े पवित्र स्थलों तक पहुंचने में सहायता प्रदान करे।
दो नई योजनाओं का ऐलान
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए एक खास योजना, 'बौद्ध तीर्थ दर्शन योजना' और सिख श्रद्धालुओं के लिए 'पंच तख्त यात्रा योजना' शुरू की जाए। इन दोनों योजनाओं के तहत श्रद्धालुओं को आर्थिक सहयोग दिया जाएगा, जिससे वे अपनी आस्था के प्रमुख तीर्थस्थलों की यात्रा आसानी से कर सकें।
'बौद्ध तीर्थ दर्शन योजना' का उद्देश्य
'बौद्ध तीर्थ दर्शन योजना' का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के निवासी हिंदू और बौद्ध श्रद्धालुओं को देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों की यात्रा पूरी करने में मदद करना है। मुख्यमंत्री ने इस योजना के लाभार्थियों के चयन में बौद्ध भिक्षुओं को प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए हैं।
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'पंच तख्त यात्रा योजना' सिखों के लिए
इसी तरह, 'पंच तख्त यात्रा योजना' उत्तर प्रदेश के निवासी सिख श्रद्धालुओं के लिए होगी। इस योजना के तहत उन्हें भारत के पांच पवित्र 'तख्त साहिब' स्थलों की यात्रा कराई जाएगी. सिख धर्म में इन पांच तख्तों का विशेष महत्व है और इनमें शामिल हैं-
- श्री आनंदपुर साहिब, पंजाब
- श्री अकाल तख्त साहिब, अमृतसर, पंजाब
- श्री दमदमा साहिब, तलवंडी साबो, पंजाब
- श्री तख्त सचखंड श्री हजूर साहिब, नांदेड़, महाराष्ट्र
- श्री हरमंदिर जी साहिब (पटना साहिब), बिहार
आर्थिक सहयोग और पारदर्शी प्रक्रिया
प्रत्येक लाभार्थी को कम से कम ₹10,000 की आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि इन दोनों योजनाओं के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होनी चाहिए। साथ ही श्रद्धालुओं के चयन में पूरी पारदर्शिता बरती जाए और कमजोर आय वर्ग के लोगों को प्राथमिकता दी जाए। यह भी बताया गया है कि ये दोनों योजनाएं IRCTC के सहयोग से चलाई जाएंगी, जिससे यात्रा प्रबंधन और भी सुगम हो सके।
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सुविधा, सुरक्षा और 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' का संदेश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इन दोनों योजनाओं को श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और धार्मिक आस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लागू किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि ये योजनाएं प्रदेश की समावेशी विकास नीति और 'सबका साथ, सबका विकास' की भावना को और मजबूत करेंगी. ये पहल प्रदेश की धार्मिक सहिष्णुता और पर्यटन को एक नया आयाम देंगी, साथ ही 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को भी साकार करेंगी।