रिपब्लिकन पार्टी पर छाए असंतोष के बादल !

Tuesday, Jul 05, 2016 - 04:57 PM (IST)

रिपब्लिकन पार्टी में इस समय अशांति का माहौल माना जा रहा है। हाल में कुछ सीनेटरों ने खुले तौर कह ही दिया है कि वे डोनाल्ड ट्रंप को अपना समर्थन नहीं देंगे। इस समय भी पार्टी में ट्रंप के समर्थन की लहर का अभाव देखा जा रहा है। ट्रंप की जीत की प्रबल उम्मीद है तो वह रींस प्रेइबस को। रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के अध्यक्ष प्रेइबस का मानना है कि अब समय आ गया है कि पार्टी के सभी सदस्यों को एकजुट हो जाना चाहिए।

इस महीने में पार्टी की कन्वेन्शन भी होने वाली है। माना जा रहा है कि पिछले दशकों में अब तक ऐसी कोई कन्वेन्शन नहीं हुई है जिसमें अनिश्चितता का माहौल बना हुआ हो। डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन होने से पार्टी के कुछ नुमाइंदे घर बैठ गए, कुछ कॉरपोरेट प्रायोजकों ने अपने हाथ पीछे खींच लिए और लोगों के विरोध की आशंका भी जताई गई। 

प्रेइबस कहते हैं कि कन्वेन्शन के कार्यक्रम और योजना के बारे में खुलकर कोई बोलने को तैयार नहीं है। ऐसा लगता है कि इस महीने की अंतिम तारीख में ही इसे अंतिम प्रारूप दिया जाएगा। फिर भी वह क्लीवलैंड में होने वाली कन्वेन्शन में मौके पर स्थिति के बिगाडने या उस दौरान वहां खलबली मचने से इंकार भी नहीं करते।

राजनीतिक तौर पर देखें तो पार्टी के ये प्रतिनिधि बवाल काटने में रुचि नहीं रखते हैं। उनका तर्क है कि नियम वहां गड़बड़ी फैलाने की अनुमति नहीं देेते हैं। कुछ पार्टियां ऐसा कर जाती हें। प्रेइबस को विश्वास है कि एकजुटता दिखाने में पार्टी पूरा प्रयास कर रही है, लेकिन प्राइमरी चुनाव के दौरान जो चोट लोगों को पहुुंची है उसके भरने में लंबा समय लगेगा।

जब उनसे यह पूछा गया कि ट्रंप को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने का  विरोध किया जा रहा है इस पर उन्हें लगता है कि वित्तीय सहायता न देकर कुछ सदस्य कभी भी ट्रंप के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं। प्रेइबस कहते हैं कि ये लोग ट्रंप के खिलाफ प्रतिद्वंद्वी को भड़का रहे हैं। हां, एक आवाज उनके दोस्त और सहयोगी हाउस स्पीकर पॉल रेयान ने उठाई है। हालांकि उन्होंने विस्कोनसिन से ट्रंप का समर्थन किया है, लेकिन उन साथियों की आलोचना करने से इंकार कर दिया जो  ट्रप् का विरोध न करने से इंकार करते हैं।

रेयान बताते हैं कि वे किसी एक वोटर को रोक कर यह नहीं बताएंगे कि  वे गलत फैसला कर रहे हैं, बल्कि अपनी अंतर आत्मा के खिलाफ जा कर कर रहे हैं। न ही वह किसी एक व्यक्ति का निजी फैसला दूसरों पर भी थोपेंगे। 

कुछ पदाधिकारियों ने ट्रंप का साथ देने से इंकार कर दिया है। इनमें रीड रिब्बल और सदन के बहुमत प्राप्त नेता जिम स्टीनेके भी शामिल हैं। पार्टी की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष माइक ग्रेबे ने हाल में यह कहकर अपनी सीट को छोड़ दिया कि वह ऐसे किसी प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनना चाहते  जिसके परिणाम ट्रंप के पक्ष में जाएं। पूर्व गवर्नर स्कॉट मैकेलम का रवैया भी कुछ ऐसा ही रहा। वे कहते हैं कि उन्होंने किसी विकल्प के लिए अपना स्थान छोड़ दिया है, क्योंकि ट्रंप के लिए वह जय जयकार नहीं कर सकते। इन्हीं में से कुछ साथियों ने साफ कहा कि वे इस बार डेमोक्रेट्स की मदद कर रहे हैं।

प्रेइबस कहते हैं कि समय आ गया है कि कुछ लोगों को लंबे समय तक समर्थन के लिए अपने साथ रखना है। ओबामा और हिलेरी क्लिंटन के साथ और चार साल देश के भविष्य के लिए अच्छे नहीं रहेंगे। वे 18 जुलाई से शुरू होने वाली इस कन्वेन्शन के बारे में बताते हैं कि पार्टी को एकजुट रखना और डोनाल्ड ट्रंप की पूरी कहानी को सबके सामने है। साथ ही, वे सब जो कार्रवाई करेंगे उससे आने वाले सालों में पार्टी और मजबूत होगी।

कुछ भी हो तथ्य यह है कि कई चुनावों में हिलेरी क्लिंटन ट्रंप से पिछड़ चुकी हैं। इस पर प्रेइबस कहते हैं कि राष्ट्रपति पद की दौड़ में ट्रंप कहां तक पहुंचे हैं इसकी कोई चिंता नहीं है, लेकिन हम कहां हैं और हमें किस स्तर तक होना चाहिए इसका आकलन जरूर करना है। जहां क्लिंटन ने ट्रंप को हराया है, वहां कई जगह वह कम अंतर से ही जीती हैं। खास बात यह भी है कि राष्ट्रीय स्तर पर करवाए गए सर्वे के मुताबिक भले एक अंक हों या दो, हिलेरी काफी आगे ही चल रही हें।

इतना होने के बावजूद प्रेइबस मानते हैं कि जून की बजाय नवंबर में जो परिणाम निकलेंगे उन्हें देखा जाएगा। पहले चुनाव अभिसान चलाए जाने के दौरान वह आशावादी नहीं थे? लेकिन वे इस समय आशावादी हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि हिलेरी की हार होगी और रिपब्लिकन्स ही जीतने वाले हैं।

 

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