ऑफ द रिकॉर्डः 5 राज्यों में ‘चुनाव थमने’ के बाद होगा केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल
Thursday, Apr 01, 2021 - 06:50 AM (IST)
नई दिल्लीः ज्योतिरादित्य सिंधिया, वरुण गांधी, सुशील कुमार मोदी, चिराग पासवान व कई अन्य नेता केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद के बजट सत्र से पहले ही अपने मंत्रियों में फेरबदल करना चाहते थे परंतु उसमें देर हो गई क्योंकि उन्होंने 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया।
इन 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के परिणाम 2 मई को आने के बाद चुनाव प्रक्रिया रुकेगी। परंतु उसके बाद 2022 में 7 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। इनमें से 6 राज्य गुजरात, गोवा, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड भाजपा शासित हैं। इनके अलावा पंजाब, जहां कांगेस की सरकार है, भी चुनाव में जाएगा। मोदी चाहते हैं कि इन राज्यों में भाजपा की सरकारें बहुमत के साथ बरकरार रहें ताकि राज्यसभा में भाजपा का संख्याबल और बढ़े। जहां तक पंजाब की बात है तो भाजपा उसको लेकर कोई ठोस नीति तैयार नहीं कर पाई है। हो सकता है कि वह 2 मई के बाद इस पर ध्यान केंद्रित करे।
भाजपा पंजाब में अब शिरोमणि अकाली दल का छोटा भाई बनकर नहीं रहना चाहती। मोदी-शाह-नड्डा टीम पंजाब भी जीतना चाहती है। यहां अगर उन्हें कुछ करना है तो उन्हें सोचने का समय चाहिए। यह समय 2 मई के बाद ही मिलेगा। अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर लौटने, चीन के कदम पीछे मोड़ने, जम्मू-कश्मीर अब नियंत्रण में होने तथा कोरोना टीकाकरण पूरे जोर-शोर से चलने को देखते हुए मोदी चाहते हैं कि भाजपा न केवल अधिक से अधिक राज्य जीते बल्कि वहां सुशासन हो। एक बार कार्ययोजना बन गई, उसके बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा।
जानकार मानते हैं कि यह फेरबदल 2022 में चुनाव में जाने वाले 7 राज्यों में भाजपा की बहुमत से जीत के स्पष्ट फोकस के साथ किया जाएगा। जाहिर है कि यह चुनौती कोई छोटी-मोटी चुनौती नहीं है।