''अंडरवर्ल्ड क्वीन'' थी दाऊद की बहन हसीना, मर्जी के बीना नहीं हिलता था पत्ता

Tuesday, Sep 19, 2017 - 07:24 PM (IST)

नई दिल्ली: दाऊद इब्राहिम, इस नाम को आज बच्चा-बच्चा जानता है लेकिन दाऊद की बहन हसीना पारकर का नाम भी हमेशा चर्चाओं में रहा है। मुंबई में भाई बहुत हुए लेकिन आपा एक ही रही वह थी हसीना पारकर उन्हे अंडरवर्ल्ड क्वीन के नाम से भी जाना जाता था। हसीना का मुंबई के कई इलाकों में अच्छा खासा दबदबा था और उनकी मर्जी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता था। वह गैंगस्टर अब्राहम पारकर की पत्नी थी जो 1991 के गैंगवार से चर्चा में आई थी। आईए जानते हैं हसीना के बारे में कुछ खास बातें:-



हसीना पारकर का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले की एक मुस्लिम फैमिली में हुआ था। उसके पिता इब्राहिम कासकर मुंबई पुलिस डिपार्टमेंट में हेड कॉन्स्टेबल थे और मां अमीना बी एक हाउस वाइफ थी। उसके भाई दाऊद इब्राहिम की ‘डी कंपनी’ नाम से 80 के दशक में गैंग चलाता था। दाऊद 12 भाई बहनों में तीसरे नंबर का था। उसने एक समय पूरी मुंबई पर राज किया और शहर को पूरी तरह बदल कर रख दिया था। उसके जुर्मों ने उसे देश छोड़कर भागने के लिए मजबूर कर दिया और क्राइम की दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड क्रिमनल बना दिया।

हसीना दाऊद से छोटी और 12 भाई बहनों में 7वें नंबर की थी। भाई के देश छोडऩे के बाद हसीना ने क्राइम की दुनिया पर राज किया। पहले उसका जुर्म से कोई नाता नहीं था लेकिन 1991 में गैंगस्टर अरुण गवली ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए हसीना के पति अब्राहम पारकर की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके बाद क्राइम की दुनिया में उसने कदम रखा। वह कई गैरकानूनी कामों में शामिल थी लेकिन आसपास के लोगों के लिए किसी गॉडमदर से कम नहीं रही। फिल्मी दुनिया के लोगों से फिरौती लेने से लेकर विदेशों में रिलीज के राइटस को लेकर डील करना, झोपड़-पट्टियों की जमीन को लेकर कारोबार, हवाला रैकेट, केबल ऑपरेटर्स का धंधा जैसी चीजों से उसका नाम जुड़ा था। 

दाऊद के देश छोडऩे के बाद हसीना अपने भाई के 54 बेनामी प्रॉपर्टीज की देखरेख करती थी। हसीना पर लगभग 88 केस थे लेकिन उसने कोर्ट में सिर्फ एक बार हाजिरी लगाई थी।  हसीना स्लम रीडवलपमेंट अथॉरिटी का एक प्रोजेक्ट लेना चाहती थी। दाऊद अपनी बहन के इस बिजनेस से खुश नहीं था। दाऊद ने इसके लिए हसीना को मना भी किया था लेकिन हसीना नहीं मानी। वह प्रॉपर्टी डिलिंग का काम भी करती थी और इसके लिए भारी कमीशन भी लेती थी। उस पर किताब लिखने वाले हुसैन जैदी को एक इंटरव्यू में हसीना ने बताया था कि उसका भाई दाऊद बुरा है लेकिन इतना भी नहीं जितना उसे बना दिया गया है। 6 जुलाई, 2014 को 55 साल की उम्र में हसीना की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई थी। उसके जनाजे में 5000 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।

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