डॉक्टरों की हड़ताल के दौरान मां की कोख में शिशु की मौत, गुस्साए लोगों ने किया प्रदर्शन

Wednesday, Jul 04, 2018 - 03:00 PM (IST)

श्रीनगर : निवासी डॉक्टरों की जारी हड़ताल के बीच श्रीनगर में घाटी के ललद्द अस्पताल में बुधवार को एक शिशु की गर्भाशय में मौत पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। सैंकडों लोगों ने ललद्द अस्पताल के प्रशासनिक ब्लॉक के सामने इकट्ठा होकर स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की अनुपलब्धता के कारण अस्पताल में कई बच्चों की मौत हो गई है। 


मरीज के परिजन ने कहा कि यदि यहां कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था तो हमें इस अस्पताल में रेफर क्यों किया गया? उनको (प्रशासन) अपने दरवाजों पर ताला लगा देना चाहिए। ज्यादातर मरीजों ने कहा कि उनको यहां विशेष उपचार के लिए दूर दराज इलाकों से रेफर किया गया है या वह खुद यहां आए हैं। अस्पताल में दो दिनों तक भर्ती होने के बाद उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया। क्या यह हमारी गलती है कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं? राज्यपाल और अन्य अधिकारियों के हस्ताक्षेप की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि डॉक्टरों को जल्दी से उपलब्ध कराए जाना चाहिए। 

मंगलवार से डाक्टर हड़ताल पर
ललद्द सहित सरकारी चिकित्सा कॉलेज (जी.एम.सी.) के सभी अस्पतालों के निवासी डॉक्टर गत 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कम से कम 30 डॉक्टर इस ललद्द अस्पताल में तैनात हैं। उनमें से सभी अनुपलब्ध थे जिसके चलते प्रसवपूर्व सेवाओं, नियमित जांच और रोगी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। चिकित्सा अधीक्षक लेलदेद अस्पताल डॉ शब्बीर सिद्दीक ने कहा कि जिस शिशु की मौत हुई वह गर्भाशय की मौत का मामला था। महिला (शिशु की मां) को यहां मंगलवार और की दरमियानी राज को रेफर किया गया था। उसने अभी तक अपना कार्यकाल पूरा नही किया था और बच्चे की मौत हो गई।  डॉ सिद्दीक ने कहा कि सभी परिधीय अस्पतालों को डॉक्टरों की हड़ताल के बारे में सूचित किया गया है और निर्देश दिए गए कि केवल उच्च जोखिम वाले मरीजों को रेफर किया जाए।

Monika Jamwal

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