ब्रिटिश सांसद ने ''कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ कश्मीर'' समूह को मान्यता देने पर जताई आपत्ति, लिया भारत का पक्ष

Wednesday, Sep 30, 2020 - 05:09 PM (IST)

 

लंदनः ब्रिटिश समूह के सदस्य बॉब ब्लैकमैन ने  'कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ कश्मीर' के हालिया गठन पर चिंता व्यक्त करते हुए समूह को किसी भी मान्यता दिए जाने पर आपत्ति जताई है। सांसद अमांडा मिलिंग को लिखे पत्र में, ब्लैकमैन ने कहा, "कश्मीर के तथाकथित रूढ़िवादी दोस्तों के गठबंधन से भारत और पाकिस्तान के बीच गंभीर तनाव पैदा होगा" । उन्होंने आगे कहा, "यह समूह जम्मू और कश्मीर राज्य के अस्तित्व को पहचानने में भी विफल है, जिसे भारत के अभिन्न अंग के रूप में देखा जाता है।

 

उन्होंने कहा कि यूके सरकार और लेबर पार्टी भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी क्षेत्रीय या सीमा विवाद में हस्तक्षेप नहीं करते हैं क्योंकि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है। "जम्मू और कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के एक राज्य के रूप में मान्यता प्राप्त है और हमारे पास कोई अन्य" रूढ़िवादी मित्र "नहीं है जो भारत के क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करे। बता दें कि सात टोरी सांसदों के एक समूह ने 'द कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ कश्मीर' नाम के एक समूह को रिलॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य कश्मीर की 'स्वाधानीता' के लिए अभियान चलाना है।

 

इससे टोरी समर्थक ब्रिटिश भारतीयों में नाराजगी पैदी हो गई है। समूह ने हाल ही में ट्वीट किया, 'हमने कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ कश्मीर को रि-लॉन्च कर दिया है। हम कश्मीर और जम्मू में मानवाधिकारों के हनन और स्वाधीनता के लिए अभियान चला रहे हैं। कंजर्वेटिव सांसदों और कार्यकर्ताओं के बीच हमारे कारण से समर्थन बढ़ रहा है। हमें और हमारे काम को फॉलो करें।'

Tanuja

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