ऑफ द रिकॉर्डः महिलाओं के खिलाफ यूपी में सबसे ज्यादा अपराध, पश्चिम बंगाल में सबसे कम, हरियाणा में कमी

Tuesday, Jan 21, 2020 - 05:02 AM (IST)

नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारी बहुमत से भाजपा सरकार चुनी गई, लेकिन इसके बाद भी बलात्कार और महिला के खिलाफ अपराध के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ौतरी दर्ज की गई। पिछले वित्त वर्ष के 2018-19 दौरान केंद्र सरकार के तहत पंजीकृत राष्ट्रीय महिला आयोग (एन.सी.डब्ल्यू.) को देश भर की 19,279 शिकायतों में से 59 प्रतिशत यानी 11,287 मामले अकेले उत्तर प्रदेश से सामने आए, जो कि पिछले साल की तुलना में 8,454 शिकायतों की संख्या से काफी अधिक हैं।

वहीं 2018-19 में हरियाणा में 1,181 मामले सामने आए जो कि पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम हैं। 1,733 शिकायतों के साथ महिलाओं के खिलाफ अपराध में दिल्ली दूसरे नंबर पर रही। उधर, राजस्थान में 733 पर एन.सी.डब्ल्यू. में कम शिकायतें देखी गईं, जो हरियाणा की तुलना में बहुत कम हैं और पश्चिम बंगाल में केवल 323 शिकायतें ही सामने आई हैं। 

शिकायतों में शीर्ष 10 श्रेणियों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में पुलिस की उदासीनता बहुत अधिक है और एन.सी.डब्ल्यू. ने महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय से अनुरोध किया कि वह राज्यों में पुलिसकर्मियों को मामलों के प्रति प्रशिक्षित करे और कदम उठाए। वहीं जिन श्रेणियों में अधिकतम संख्या में शिकायतें देखी गईं, वे गरिमा, दहेज उत्पीडऩ, दहेज हत्या, महिलाओं के खिलाफ हिंसा आदि थीं। कार्यक्षेत्र में यौन अपराध की शिकायतें कम होने की बजाय बढऩे लगी हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि वह दुखी हैं कि कुछ समय से बड़ी संख्या में यू.पी. से शिकायतें आ रही हैं। 

Pardeep

Advertising