मरते-मरते दो लोगों को जिंदगी दे गई सोनिया

Sunday, Jan 03, 2016 - 04:10 PM (IST)

इंदौर: दिमागी रूप से मृत 20 वर्षीय युवती के अंगदान से मिले दिल और लीवर को आज यहां दो बार ग्रीन कॉरिडोर बनाकर हवाई रास्ते से गंतव्य तक पहुंचाया गया। ये अंग दो मरीजों के शरीर मेें प्रतिरोपित होकर उन्हें नई जिंदगी देंगे।   

इंदौर सोसायटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के एक अधिकारी ने बताया, ‘शहर के एक निजी अस्पताल से हवाई अड्डे के बीच प्रशासन और पुलिस की मदद से दो बार ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। पहले ग्रीन कॉरिडोर के जरिए अंगदान से मिले दिल को मुंबई के एक निजी अस्पताल भेजा गया। दूसरे ग्रीन कॉरिडोर से लीवर को दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलिएरी साइंसेज पहुंचाया गया।’   
 
उन्होंने बताया कि सोनिया चौहान (20) को दो जनवरी को अपने घर में गिर पडऩे के बाद सिर पर गंभीर चोट आई थी। उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उसकी हालत की सतत निगरानी के बाद कल उसे दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसके परिजन से चर्चा कर उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि वे जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन देने के लिए अपनी बेटी के अंग दान कर दें।   
 
अधिकारी ने बताया कि सोनिया का परिवार उसके अंगदान के लिये सहमत हो गया। इस युवती के परिवार ने उसकी आंखेें और त्वचा भी दान करने का फैसला किया है। इन अंगों को स्थानीय स्तर पर जरूरतमंद मरीजों को प्रतिरोपित किया जाएगा।
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