अब डॉक्टरों ने अस्पताल में बनाया टिक टॉक Video, वायरल होने पर हुए सस्पेंड

Sunday, Jul 28, 2019 - 11:35 AM (IST)

नेशनल डेस्क: चाइनीज मोबाइल ऐप टिकटॉक की भारत में लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। लोगों पर टिकटॉक का फीवर इस कदर चढ़ा है कि वे कहीं भी कभी भी वीडियो बनाने के लिए तैयार रहते हैं। हालांकि सरकारी अस्पताल के 2 जूनियर डॉक्टरों को टिक टॉक बनाना इस कदर भारी पड़ा कि उन्हे अपनी नौकरी से ही हाथ धोना पड़ा। 

दरअसल हैदराबाद के गांधी सरकारी अस्पताल में दो जूनियर डॉक्टर ने टिक टॉक वीडियो बनाकर वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर दिया। वीडियो वायरल होते ही दोनों को सस्पेंड कर दिया गया। जानकारी के अनुसार दोनों इंटर्न गांधी अस्पताल में फिजियोथेरेपी का प्रशिक्षण ले रहे थे। प्रशिक्षण के दौरान ही दोनों ने मरीजों की अनुपस्थिति में कुल 4 वीडियो बनाए। इस दौरान अस्पताल के अन्य सुप्रीटेंडेट भी अनुपस्थित थे। 

अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना के प्रकाश में आने के बाद विद्यार्थियों को वापस उनके कॉलेज भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मेडिकल छात्रों की ट्रेनिंग 6 महीने की होती है लेकिन टिक टॉक वीडियो बनाने के आरोप में इन दो छात्रों को तीन महीने के अंदर ही कॉलेज वापस भेज दिया गया है। सस्पेंड किए गए इंटर्न में छात्र का नाम श्याम मिल्टन और छात्रा का नाम वीणा कुमारी है। 

बता दें कि इससे पहले भी गुजरात के मेहसाणा जिले में अर्पिता नाम की एक महिला पुलिसकर्मी को थाने के भीतर डांस करके टिक टॉक वीडियो बनाने के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। वीडियो में महिला पुलिस कर्मी लॉकअप के बाहर डांस करती दिख रही थी। असम में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां अस्पताल में टिक टॉक वीडियो बनाने पर नर्सो को नोटिस जारी किया गया था । 

vasudha

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