मोदी सरकार पर फूटा लाेगाें का गुस्सा, कहा- #नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं
Friday, Jun 16, 2017 - 04:55 PM (IST)
नई दिल्लीः माेदी सरकार की आेर से पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, रोजगार के मामले में बीते 10 सालों के दौरान काफी गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2009-2010 में जहां 8 लाख 70 हजार नए लोगों को रोजगार दिया गया था, वहीं 2016 के दौरान भारत में केवल 1 लाख 35 हजार ही रोजगार के अवसर पैदा किए गए।यानिकी वर्ष 2010 के दौरान देश में जितनी नई नौकरियां मिल रही थीं, आज उसका सातवां हिस्सा ही उपलब्ध है। रोजगार में आई इस गिरावट के बाद शुक्रवार को ट्विटर पर माेदी सरकार के खिलाफ लाेगाें का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने '#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं' के नाम से चलाए गए ट्रेंड पर ढेर सारे ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली।
पढ़े ट्विटर यूजर्स के कमेंट्सः-
Youth: Modi Sir. We need Jobs. 😖😢
— Keerthi Selvam (@keerthiselvam) June 16, 2017
Modi: Dont worry, Join us as a digital warrior.
Welcome to bhakth Army, Mitron.😎
#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं pic.twitter.com/jtfZDzCbVp
Modiji's reaction when youth ask jobs. 👇👇😂😂😂 Why this kolaveri modiji? You want everyone to be a paid bhakth?
— Keerthi Selvam (@keerthiselvam) June 16, 2017
#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं pic.twitter.com/Qu9WRmk6lU
देश के युवा तो नौकरी देने का वादा किया मोदी जी ने लेकिन सब जुमले निकले।#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं pic.twitter.com/OGbAUIqMnA
— Aishwary Verma (@aishwaryverma9) June 16, 2017
#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं जब हम विकास को पैदा नहीं कर पाए तो नौकरी कैसे पैदा करेंगे, कियोंकी भाषण हमारा शासन है।
— Balram (@Balram50569362) June 16, 2017
जुमलेबाज़ PM चुनना हानिकारक रहा, अच्छा होता अडानी/अम्बानी को PM चुन लेते ।#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं
— Abdul Alim (@Abdul11Alim) June 16, 2017
#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं
— Rofl Chirand (@RoflChirand) June 16, 2017
ना नौकरी चाहिए और ना ही भाषण चाहिए.
बस मा• मोदी जी के अकाउंट से ₹15 लाख चाहिये.
दो करोड़ रोज़गर एक साल में यानी की 3 साल में 6 करोड़ रोज़गार देने वाले थे ..!!
— JYOTISH KUMAR (@JyotishBHU) June 16, 2017
कहाँ गया रोज़गार ?#नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं
वादा-हर साल 1करोड़ युवाओ को रोजगार।
— Kuldeep mishra! (@k_dmishra) June 16, 2017
सच्चाई - 3साल में केवल 2लाख रोजगार@pankhuripathak #नौकरी_चाहिए_भाषण_नहीं ।@OfficeOfRG @yadavakhilesh pic.twitter.com/mcHSjmiBQy