ट्विटर के सीईओ की बढ़ी मुश्किलें, जोधपुर कोर्ट ने FIR दर्ज करने के दिए आदेश

Saturday, Dec 01, 2018 - 08:01 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः राजस्थान की जोधपुर अदालत ने ट्विटर के सीईओ जैक डोरसे के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया है। उनके खिलाफ यह एफआईआर का आदेश एक ब्राह्मण विरोधी पोस्टर को लेकर दिया गया है। गुरुवार को विप्र फाउंडेशन के युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने ब्राह्मण विरोधी पोस्ट शेयर करने के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसे जोधपुर कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। मेट्रोपॉलिटन जज रचन बिस्सा ने इससे जुड़ी याचिका को स्वीकार करते हुए इस पर 1 दिसंबर को सुनवाई करने का निर्णय लिया था। शनिवार को सुनवाई के दौरान अदालत ने जैक के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया। 

जिस फोटो को लेकर विवाद शुरू हुआ, उसमें जैक एक पोस्टर को पकड़े हुए नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर पर लिखा था। "ब्राह्मण पितृसत्ता का नाश हो। इस ब्राह्मण विरोधी पोस्टर को लेकर जैक डोरसे विवादों में घिर गए थे। इसे लेकर उनकी खूब आलोचना भी हुई और जाति विशेष का विरोध करने का आरोप लगा था।
 

यह फोटो जैक डोरसे के भारत दौरे के समय की है। इस फोटो में पत्रकार और महिला एक्टिविस्ट भी जैक के साथ नजर आ रही हैं। इस फोटो के सामने आने के बाद लोगों ने ट्विटर की जमकर आलोचना की। मामला तूल पकड़ता देख कंपनी को इस पर मांगनी पड़ी थी।

ट्विटर ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि यह पोस्टर एक सदस्य की ओर से जैक को दिया गया था और इसका मतलब यह है कि कंपनी सभी लोगों की बातें सुनती है और अपने सभी यूजर्स का ख्याल रखती है। वहीं ट्विटर इंडिया ने भी एक बयान में कहा था कि हाल ही में कंपनी ने महिला पत्रकारों के साथ एक इवेंट में हिस्सा लिया था, ताकि लोगों को करीब से समझा जा सके। महिलाओं के इस समूह में से ही किसी महिला ने जैक के हाथ में यह पोस्टर थमा दिया। 

Yaspal

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