राहुल की टीम में युवा व अनुभवी चेहरों का संतुलन बनाने की कोशिश

Thursday, Jul 19, 2018 - 08:55 AM (IST)

जालन्धर(नरेश): कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की नई कार्य समिति का गठन करते वक्त अपनी टीम में युवा व अनुभवी नेताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है। मंगलवार को घोषित की गई कांग्रेस की नई कार्य समिति में राहुल गांधी के करीबी युवा चेहरों के साथ-साथ सोनिया गांधी के करीबी रहे अनुभवी नेताओं को भी जगह दी गई है। नई कार्य समिति की घोषणा करते वक्त मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान के विधान सभा चुनाव को भी ध्यान में रखा गया है

सी.डब्ल्यू.सी. में शामिल युवा चेहरे
कांग्रेस कार्य समिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा जितेन्द्र सिंह, राजीव सातव, आर.पी.एन. सिंह, गौरव गगोई, व जितिन प्रसाद, अरुण यादव जैसे युवा राहुल गांधी के करीबी नेता हैं। इनमें से अरुण यादव ने मध्य प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्षता भी की है लेकिन कमलनाथ को पार्टी का राज्य अध्यक्ष बनाए जाने के बाद वह राहुल गांधी से खुश नहीं थे। इस घोषणा के जरिए उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की गई है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व रक्षामंत्री ए.के. एंटनी, सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव रहे अहमद पटेल और राज्य सभा में पार्टी के नेता गुलाम नबी आजाद व मल्लिका अर्जुन खडग़े के अलावा अम्बिका सोनी, मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा व आनंद शर्मा को भी सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है।

महिलाओं को तवज्जो नहीं 
पिछले हफ्ते कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को संसद में महिला आरक्षण बिल पारित करवाने की चुनौती दी लेकिन इस चुनौती के एक हफ्ते के अंदर ही पार्टी द्वारा घोषित की गई कार्य समिति में महिलाओं को नजरअंदाज कर दिया गया। कांग्रेस कार्य समिति में सोनिया गांधी के अलावा अम्बिका सोनी, कुमारी शैलजा को बतौर सदस्य शामिल किया गया है जबकि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, रजनी पाटिल, आशा कुमारी परमानैंट इनवाइटी के रूप में सी.डब्ल्यू.सी. में शामिल होंगी जबकि असम की सिल्चर लोकसभा सीट से संसद व महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव को स्पैशल इनवाइटी के तौर पर कार्यसमिति में जगह मिली है। कांग्रेस की 51 सदस्यों की कार्य समिति में महज 7 महिलाएं हैं और ये कुल संख्या का 15 फीसदी बनता है।

Naresh Kumar

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