ट्रंप की यात्रा पर 20 आतंकी संगठनों का साया,पाक खुफिया एजेंसी ISI की भी टेढ़ी नजर

Sunday, Feb 23, 2020 - 12:40 PM (IST)

वॉशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा पर 20 आतंकी संगठनों का साया मंडरा रहा है। इनमें प्रमुख रूप से अलकायदा, इस्लामिक स्टेट (ISI) हिज्ब उल मुजाहिदीन अल इस्लामी (हूजी), लश्कर ए तोइबा, जैश ए मोहम्मद, हमास, इंडियन मुजाहिदीन शामिल हैं। जैश ने ट्रंप के दौरे की खबर आते ही धमकी भी दी थी। इनके अलावा इरान और अमेरिका के बीच चल रहे गतिरोध के कारण आशंका है कि ईरानी नागरिक विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भी खलल डाल सकती है। इन सबका जिक्र सुरक्षा के लिए बने ब्लू प्रिंट में किया गया है। इसी को ध्यान में रखकर फोर्स तैनात की गई है। 


ईरान के नागरिकों से अलर्ट रहने की ताकीद
आतंकी संगठनों से यह खतरा भारतीय खुफिया एजेंसियों के साथ अमेरिकी के खुफिया एजेंसी सीआईए के एजेंटों ने भी जताया है। ईरान के नागरिकों से अलर्ट रहने की ताकीद की गई है। अमेरिका के हमले में इरान के कमांडर सुलेमानी कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी जिससे ईरान सरकार और वहां के नागरिक गुस्से में है। वह ट्रंप के आगरा दौरे के दौरान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके मद्देनजर पुलिस ने होटलों से खास तौर से ईरानी नागरिकों के ठहरने की जानकारी ली। 

 

नक्सलियों और उल्फा से भी खतरा  
नक्सलियों और उल्फा से भी खतरा बताया गया है। अलर्ट में बताया गया है कि आतंकी नाम बदलकर कमरा लेते हैं। वेष भी बदल लेते हैं। इससे पहचान पाना आसान नहीं होता है। ये अपने बजाय दूसरे धर्मों के नाम रखते हैं।

 

आतंकी अबू फैजल बता चुका मकसद
मध्य प्रदेश की खांडवा जेल से फरार हुए आतंकियों में से एक अबू फैजल ने पूछताछ में पकड़े जाने के बाद बताया था कि उसके संगठन का मकसद अमेरिकी दूतावास के अफसरों या अमेरिका के राष्ट्रिकों का अपहरण कर अमेरिका की जेल में बंद अलकायदा की आफिया सिद्दीकी को छुड़ाना है।

सिमी से भी खतरा, अलीगढ़ के 50 लोग रडार पर 
आगरा जोन में सबसे बड़ा खतरा इस्लामिक मूवमेंट इन इंडिया (सिमी) के सदस्यों से बताया गया है। अलीगढ़ सिमी का गढ़ रहा है। वहां के 50 लोग रडार पर है। ये कभी न कभी किसी न किसी रूप से सिमी से जुड़े रहे हैं।

Tanuja

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