विजय दिवस की स्वर्ण जयंती पर सेना ने रणबांकुरों को किया नमन

Thursday, Dec 17, 2020 - 08:26 PM (IST)

साम्बा : 1971 के पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में मिली ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष्य पर मनाए जा रहे विजय दिवस की स्वर्ण जयंती पर आज सेना ने शहीद जवानों को नमन किया व उनके बलिदान को याद किया। रामगढ़ के भंबो चक में भी वीर चक्र से सम्मानित शहीद कैप्टन बहादुर सिंह को सेना अधिकारियों ने स्थानीय स्मारक समिति के सदस्यों के साथ मिलकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी व उनकी शहादत को नमन किया।

10 सिक्ख लाईट इंफ्रेन्टरी के शहीद कैप्टन बहादुर सिंह ने राजस्थान के जैसलमेर क्षेत्र में दुश्मन के दंात खट्टे करते हुए करते हुए वीरगति प्राप्त की थी। शहीद के गांव चक-भंबो स्थित स्मारक स्थल पर उनको श्रद्धांजलि देने के लिए सेना की 7 जैक राइफ ल्स के सूबेदार सुरिंद्र सिंह अपने दल के साथ पहुंचे। सैन्य अधिकारियों व जवानों ने शहीद केप्टन को पूरे सैनिक सम्मान के साथ सलामी दी और उनकी प्रतिमां पर श्रद्धा के फूल अर्पित किए। इस विशेष श्रद्धांजलि समारोह के मौके पर शहीद समारक समिति प्रधान बलदेव सिंह, खजानची उजागर सिंह, महासचिव सत सलारवी व परिवारिक सदस्यों ने भी उनको अपनी श्रद्धांजलि दी।

वहीं इस कोरोना महामारी के दौर में मनाए गई विजय दिवस की स्वर्ण जयंती पर किसी किस्म के विशेष समारोह का आयोजन नहीं हो पाया। अपने साधारण अंदाज में विजय दिवस के हीरो रहे शहीद केप्टन बहादुर सिंह की शौर्य की गाथाऔं को सैन्य अधिकारियों ने दौहराया और शहीदों द्वारा मात्रभूमि की रक्षा के लिए दिए गए बलिदानों को याद किया। सैन्य अधिकारी सूबेदार सुरिंद्र सिंह ने कहा कि सब सेक्टर रामगढ़ में जन्में पले शहीद केप्टन बहादुर सिंह ने युवा आवस्था में ही सेना के उच्च पद का सम्मान प्राप्त कर सीमांत क्षेत्र का गौरव बढाया।

वहीं भारत-पाक युद्ध 1971 में उन्होंने नायकी भूमिका निभाकर इतिहास के नये अध्याय स्थापित किए और इन्हीं इतिहास के पन्नों पर अपनी शहादत का सुनहरी शब्दों में नाम दर्ज करवा लिया। उस शहीद के माता-पिता को भी शत-शत नमन है जिन्होंने ऐसे वीरों को जन्म दिया जो देश की आन के लिए कुर्बान हो गए। इस मौके पर स्थानीय क्षेत्र के गणमान्य लोग भी श्रद्धांजलि समारोह का हिस्सा रहे और कोरोना संक्रमण बचाव नियंमों का पालन करते हुए समारोह को यादगार बनाया।


 

Monika Jamwal

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