देश में लगेगा ट्रांजेक्शन टैक्स, कोई टैक्स के दायरे से बाहर नहीं होगा: अमित शाह

Tuesday, Dec 06, 2016 - 07:19 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अमित शाह ने आज संकेत दिया कि आने वाले समय में बैंकों से हर लेन-देन पर टैक्स लगाया जाएगा और उससे किसी को भी छूट नहीं दी जाएगी। शाह ने यहां एक टेलीविजन चैनल के एक कार्यक्रम में नोटबंदी के बारे में यह भी कहा कि मोदी सरकार देश में रिश्वतखोरी को बंद करने के लिए कदम उठायेगी। 

उन्होंने कहा कि यह समझना गलत है कि बैंक में पैसा आ जाने से ही काला धन सफेद हो गया है। सरकार जमा धन के बारे में पूरी तहकीकात करेगी और बकाया पूरा कर वसूला जाएगा। नोटबंदी से होने वाली तकलीफों के बारे में उन्होंने माना कि लोगों को परेशानी हो रही है लेकिन यह पूरी कवायद उनके ही उज्जवल भविष्य के लिए है। देश में कितना काला धन है, इस सवाल पर शाह ने कहा कि 30 दिसंबर के बाद कुछ नहीं बचेगा। सबकुछ सिस्टम में आ जाएगा और टैक्स लगेगा। उन्होंने कहा कि यह भ्रांति निकाल दी जानी चाहिए कि बैंक खाते में पैसा भरने से काला धन सफेद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण पैसा सिस्टम के अंदर आया है। अब इस पैसे की जांच होगी। आपका पैसा वैध है या अवैध है, सरकार तय करेगी। जहां आवश्यक होगा टैक्स लगेगा, जुर्माना लगेगा।   

उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग टैक्स भरें और बहुत से लोग टैक्स के दायरे से बाहर रह कर मौज करें, ऐसी आदत अब नहीं चलने वाली है। उन्होंने कहा, देश को छलांग लगाने की जरूरत है। देश के अर्थतंत्र को आगे ले जाना है। हर ट्रांजैक्शन पर टैक्स लगाना है। कुछ लोगों ने टैक्स के दायरे से बाहर निकालने और मौज करने की आदत लगा दी थी। अब ऐसा नहीं होगा। टैक्स का पैसा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के फंड में जाएगा और गरीबों का कल्याण होगा।

रिश्वतखोरी की आदत को रोकने के बारे में पूछे जाने पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रिश्वत बंद करने के लिए मोदी सरकार आगे कोई रास्ता निकालेगी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राज्यसभा में दिए गए बयान पर शाह ने कहा कि वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। वह 1975 से 2014 तक तक देश के अर्थतंत्र का हिस्सा रहे। वह योजना आयोग के उपाध्यक्ष, देश के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री रहे लेकिन जब वह सत्ता से हटे तो उस वक्त 60 करोड़ परिवारों के पास एक भी बैंक खाता नहीं था। भाजपा पर जमीन खरीदने के विपक्ष के आरोप के सवाल पर शाह ने कहा कि नोटबंदी का फैसला 2015 में तय हो गया था, ऐसा कहना गलत है। 

नोटबंदी से पहले भाजपा कार्यालयों के लिए जमीन खरीदना महज एक संयोग है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव बारे में एक सवाल पर शाह ने कहा कि खेल के नियम सबके लिए एक हैं। क्या वह प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं, इस आशय के सवाल पर शाह ने कहा, मुझसे कई वरिष्ठ लोग पार्टी में हैं, ऐसी मेरी कोई महत्वकांक्षा नहीं है। हम लोग पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मजबूती से खड़े हैं।

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