दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता कॉरिडोर पर 160 किमी की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें

Tuesday, Oct 22, 2019 - 08:36 PM (IST)

नेशनल डेस्कः रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने मंगलवार को बताया कि रेलवे दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रेल कॉरिडोर पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेनों का संचालन करने के लिए 18 हजार करोड़ रुपए की परियोजना को लागू करेगा।

अंतरराष्ट्रीय रेल सम्मेलन -2019 और 13वीं अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने बताया कि ‘एक बार परियोजना शुरू होने के बाद इसे पूरा होने में कम से कम चार साल लगेंगे।’ यह कार्यक्रम यहां ऐरोसिटी में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने रेलवे के साथ मिलकर आयोजित किया।

रेलवे का उद्देश्य दो श्रेणियों में दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रेल कॉरिडोर पर 160 किमी प्रति घंटे और बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत मुंबई-अहमदाबाद के बीच 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हाई स्पीड ट्रेन संचालित करना है।

वर्तमान में, विभिन्न मार्गों पर ट्रेनों की औसत अधिकतम गति 99 किमी प्रति घंटा है और हाल ही में शुरू की गई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली-कानपुर खंड पर 104 किमी प्रति घंटे की औसत गति को छूती है। रेल मंत्रालय के अनुसार, 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों के संचालन के लिए बुनियादी ढांचों में शामिल ट्रैक किनारे बाड़ लगाना, ट्रैक और सिग्नलिंग का नवीनीकरण और मानव रहित स्तर-क्रॉसिंग का कार्य किया जा रहा है। 

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष यादव ने बताया कि ‘वर्तमान में, 28000 किमी विद्युतीकृत है और अगले साल 7,000 किमी का विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे चरणबद्ध तरीके से 34,000 किमी के ‘अति-व्यस्त और उपयोग किए जाने वाले’ रेल नेटवर्क में एक ‘मल्टी-ट्रैकिंग’ परियोजना को भी लागू करेगा।’ उन्होंने बताया कि देश की लगभग 96 फीसदी ट्रेनों में अतिरिक्त ट्रैक लगाए जाएंगे। सीआईआई की रेल परिवहन और उपकरण प्रभाग के अध्यक्ष आनंद चिदंबरम ने कहा कि यह एशिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी थी।

Yaspal

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