रेस में सबसे आगे ये टॉप 5 कोरोना वैक्सीन, जानें कौन सी दवा मिलेगी पहले और क्या होगी कीमत
Tuesday, Jul 28, 2020 - 12:58 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए दुनिया के करीब डेढ़ सौ वैक्सीन पर रिसर्च चल रही हैं और इनमें से 140 से ज्यादा अभी शुरुआती स्टेज पर हैं। दर्जनों वैक्सीन को फिलहाल आंशिक सफलता मिली है। ऐसे में ग्लोबल कम्युनिटी की नजर इस बात पर भी है कि वैक्सीन तैयार हो जाने के बाद उसे पूरे विश्व में कैसे बांटा जाएगा और इसकी कीमत कितनी होगी। कीमत को लेकर ग्लोबल वैक्सीन अलायंस का कहना है कि यह अधिकतम 40 डॉलर (3000 रुपए) हो। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 6 वैक्सीन ऐसी हैं जिनका ट्रायल अंतिम चरण में पहुंच चुका है । इनमें मॉडर्ना (Moderna), फाइजर (Pfizer), एस्ट्राजेनेका ( AstraZeneca ) और भारत बायोटेक (Bharat biotech) का नाम सबसे आगे है।
1. मॉडर्ना (Moderna) कंपनी की वैक्सीन
इन 6 कंपनियों में भी मॉडर्ना कंपनी की वैक्सीन सबसे आगे है। मॉडर्ना कंपनी की वैक्सीन का फेज तीन का ट्रायल चल रहा है। इसका सबसे बड़ा ट्रायल शुरू हो चुका है। 30 हजार लोगों को वैक्सीन की जाएगी। यह इसका फाइनल और आखिरी ट्रायल है।अमेरिका का कहना है कि इस साल के आखिर तक Moderna वैक्सीन तैयार हो सकती है। कंपनी अमेरिका के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के साथ मिलकर काम कर रही है। हालांकि इसकी कीमत के बारे में अभी कुछ नहीं कहा गया है लेकन अमेरिका एक बिलियन डॉलर का निवेश इस वैक्सीन में कर चुका है।
2. फाइजर (Pfizer) वैक्सीन
अमेरिकी कंपनी फाइजर पहले और दूसरे टेस्ट में सफल होने के बाद अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इसमें 30 हजार लोगों को कोरोना का यह टीका दिया जाना है। इस वैक्सीन को Pfizer और BioNTech मिलकर बना रहे हैं। फाइजर के मालिकों का भी दावा है कि इसे साल के आखिर तक तैयार कर लिया जाएगा। अगर फाइनल ट्रायल में वैक्सीन सफल रहती है तो फिर रेग्युलेटरी के से वैक्सीन निर्माण, बेचने की इजाजत मांगी जाएगी। कंपनी को उम्मीद है अक्टूबर की शुरुआत में उसे अप्रूवल मिल सकता है। वैसे इसकी कीमत तय नहीं हुई है लेकिन अमेरिकी सरकार से हुए सौदे के हिसाब से देखें तो हर डोज करीब 1500 रुपए की पड़ेगी। अमेरिका ने इस कंपनी के साथ 10 करोड़ डोज की डील भी कर ली है।
3. AstraZeneca ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी
ऑक्सफर्ड इस वैक्सीन को AstraZeneca कंपनी के साथ मिलकर बना रही है। पहले और दूसरे ट्रायल के बाद अब ब्राजील और साउथ अफ्रीका में तीसरे फेज का ट्रायल शुरू हो चुका है। भारत की सीरम कंपनी इसके प्रोडक्शन में साथ है। यहां सीरम कंपनी वैक्सीन को कोविडशील्ड नाम से बेचने की प्लानिंग कर रही है। अगर सब ठीक रहा तो इस वैक्सीन की इमरजेंसी डोज अक्टूबर तक तैयार की जा सकती हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि भारत में इसकी कीमत 1000 रुपए प्रति टीका रखी जाएगी। अमेरिका, यूरोपियन यूनियन के देश, ब्रिटेन ने बुकिंग की। भारतीय कंपनी सीरम इन्हें बनाएगी तो साल के आखिर तक देश को कुल बनाई खुराक का आधा हिस्सा दिया जाएगा।
4. भारत बायोटेक
भारत बायोटेक और ICMR भी मिलकर कोरोना वैक्सीन बना चुके हैं। इसे कोवैक्सीन नाम दिया गया है। फिलहाल इसके पहले और दूसरे फेज के ट्रायल चल रहे हैं। पहले इसके 15 अगस्त तक आने की बात कही गई थी लेकिन अब 2021 की शुरुआत में इसे लॉन्च करने की तैयारी है।
5. चीनी कंपनी Sinopharm भी रेस में
चीन की कंपनी सिनोफॉर्म (Sinopharm) ने जुलाई में तीसरे चरण का ट्रायल शुरू किया है। अबू धाबी के हेल्थ मिनिस्टर इसको टेस्ट करनेवाले पहले वॉलंटियर बने थे। कुल 1500 लोगों पर यह ट्रायल होना है। इसे साल के आखिर तक पब्लिक यूज के लिए लॉन्च किया जा सकता है।