टूलकिट दस्तावेज जांच: दिशा के बाद अब निकिता और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

Monday, Feb 15, 2021 - 04:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट' सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है। मामले में जलवायु कार्यकर्त्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के दो दिन बाद वारंट जारी किए गए हैं। कुछ आलोचकों का कहना है कि ‘टूलकिट' भारत में प्रदर्शनों को हवा देने की उनकी साजिश का ‘सबूत' है। दिशा रवि (21) को गत शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था और दिल्ली की एक अदालत ने उसे रविवार को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने बताया कि निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इन पर दस्तावेज तैयार करने और ‘‘खालिस्तान-समर्थक तत्वों'' के सीधे संपर्क में होने का आरोप है।

 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। दोनों ‘टूलकिट' मामले में वांछित हैं। उनपर दस्तावेज तैयार करने और खालिस्तान-समर्थक तत्वों के सीधे संपर्क में होने का संदेह है।'' पुलिस दोनों को पकड़ने के लिए मुम्बई और अन्य स्थानों पर छापेमारी कर रही है। दिल्ली पुलिस ने रविवार को दावा किया था कि दिशा रवि ने ‘टूलकिट गूगल डॉक' का संपादन किया था और दस्तावेज को तैयार करने और उसे फैलाने की वह ‘‘मुख्य षड्यंत्रकारी'' हैं। पुलिस ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ वैमनस्य फैलाने के लिए दिशा रवि और अन्य ने खालिस्तान-समर्थक समूह ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन' के साथ साठगांठ की।

 

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर दावा किया कि ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट साझा करने वालों में से रवि भी एक थीं।'' बता दें कि गणतंत्र दिवस पर हुई इस झड़प में 500 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने ‘गूगल' और अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से वह ‘टूलकिट' बनाने वालों से जुड़े ईमेल आईडी, डोमेन यूआरएल और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी देने को कहा था, जो जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और अन्य ने यह ‘टूलकिट' ट्विटर पर साझा की थी।
 

Seema Sharma

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