संसद में तीसरे दिन भी नहीं हुआ कोई काम, दोनों सदन स्थगित

Wednesday, Mar 07, 2018 - 02:16 PM (IST)

नई दिल्लीः पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को लागू करने, कावेरी मामला सहित कुछ अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं अन्य दलों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। बजट सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन लोकसभा में पीएनबी धोखाधड़ी मामला छाया रहा और कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्यद दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास करते हुए नारेबाजी की। अन्नाद्रमुक, तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा), वाईएसआर कांग्रेस, माकपा, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और शिवसेना ने अलग मुद्दों पर उठाते हुए आसन के समीप आकर सदन में नारेबाजी की।

इन मुद्दों पर हुआ हंगामा
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी धोखाधड़ी मामले को उठाया और अध्यक्ष के आसन निकट पहुंचकर नारेबाजी की। वे ‘नीरव मोदी कहां है, प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे लगा रहे थे।  वहीं, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेदेपा सदस्य भी नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे। वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने भी इसी मुद्दे को लेकर नारेबाजी की।  पिछले दो दिनों से सदन में कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन का मुद्दा उठा रहे अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने आज तमिलनाडु में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्त्ता और राजनेता पेरियार की प्रतिमा को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने का मुद्दा उठाया।  अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने पेरियार की तस्वीर वाली तख्तियां ले रखी थीं और नारेबाजी कर रहे थे।  टीआरएस के सदस्यों ने भी राज्य में आरक्षण कोटे में बढ़ोतरी के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की।  शिवसेना के सदस्य मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे थे।

राज्यसभा
अलग-अलग मुद्दों को लेकर विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक आज एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब दो बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

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