आज हो सकता है नए कांग्रेस अध्यक्ष पर फैसला, मुकुल वासनिक का नाम सबसे आगे

Saturday, Aug 10, 2019 - 05:49 AM (IST)

नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की 10 अगस्त, शनिवार को होने जा रही बैठक में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगने की उम्मीद है। बैठक से पहले शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में नए अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हुई। 

पार्टी सूत्रों के मुताबिक अहमद पटेल, एके एंटनी और केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार दोपहर सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। कहा जा रहा है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर सोनिया की राय जानने की कोशिश की गई। सोनिया से मुलाकात के बाद जो नाम अध्यक्ष पद के लिए उछला है, वह मुकुल वासनिक का है। वासनिक दलित समुदाय से हैं और वर्तमान में कांग्रेस महासचिव हैं। वे महाराष्ट्र से आते हैं। 

महाराष्ट्री की बुलडाढ़ा और रामटेक लोकसभा सीट से वे चार बार के सांसद रहे और केंद्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रह चुके हैं। सियासत उन्हें अपने पिता बालकृष्ण वासनिक से विरासत में मिली है। वे एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वासनिक के नाम 28 साल की उम्र में सबसे युवा सांसद बनने का भी रिकार्ड है। वे लंबे समय से संगठन का कार्य देख रहे हैं। उन्हें एक कुशल संगठक के तौर पर भी जाना जाता है। 

हालांकि अध्यक्ष के लिए वासनिक के अलावा दलित समुदाय से ही ताल्लुक रखने वाले मल्लिकार्जुन खडग़े, सुशील कुमार शिंदे, कुमारी शैलजा का भी नाम चर्चा में है। वहीं ओबीसी नेता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी नाम इस पद के लिए चर्चा में है। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जब पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी युवा नेता को सौंपने की बात की और फिर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम की पैरवी की तब युवा चेहरे के तौर पर सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी नाम तेजी से उछला। लेकिन जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के सरकार के कदम का समर्थन करने के बाद सिंधिया की स्थिति थोड़ी कमजोर हो गई है। वहीं राहुल गांधी की ओर से गैर गांधी को अध्यक्ष बनाने की जिद के चलते प्रियंका गांधी का भी नाम पीछे जा चुका है। 

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्त उनके इस्तीफे को अस्वीकार करते हुए सीडब्ल्यूसी ने उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था, लेकिन गांधी अपने रुख पर अड़े रहे और स्पष्ट कर दिया कि न तो वह और न ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा। राहुल के समर्थन में बहुत सारे नेताओं ने भी इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद से अगले अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पार्टी में लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। नए अध्यक्ष को चुनने के लिए कई दौर की बैठकें हुईं, लेकिन किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई। 

Pardeep

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