टाइम मैगजीन ने गुरमेहर कौर को बताया नए जमाने की लीडर, लिस्ट में एकमात्र भारतीय

Saturday, Oct 14, 2017 - 03:22 PM (IST)

नई दिल्ली: ‘मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा हूं और मैं एबीवीपी से नहीं डरती’ ऐसा कहने वाली गुरमेहर कौर को अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘टाइम’ ने नये जमाने की लीडर बताया है। और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की योद्धा बताया है। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर जम्मू-कश्मीर में शहीद एक सैनिक की बेटी हैं। गुरमेहर कौर अपने दो वीडियो को लेकर काफी चर्चा में रही थी। पहले वीडियो में गुरमेहर कौर ने दो देशों के बीच युद्ध को मानवतावादी नजरिया रखा था। जिसमें कहा था कि, मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं युद्ध ने मारा है। दूसरे वीडियो में गुरमेहर कौर ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में एबीवीपी के प्रदर्शनों पर अपनी राय दी थी। उसमें उन्होंने ये कहा था कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा है और एबीवीपी से नहीं डरती हैं और वे अकेले नहीं हैं।

गुरमेहर कौर के इस वीडियो पर काफी विवाद हुआ था। गुरमेहर कौर के पहले वीडियो ‘पाकिस्तान ने नहीं, युद्ध ने मेरे पिता को मारा’ के संदर्भ वाले वीडियो पर पूर्व क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग और अभिनेता रणदीप हुड्डा ने गुरमेहर के खिलाफ टिप्पणियां की थी। गुरमेहर कौर 'पोस्टकार्ड्स फोर पीस' संस्थान की एंबेसेडर भी हैं, जो देश में भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाती है।

टाइम मैगजीन ने गुरमेहर कौर की तुलना स्टार वार एक्टर जॉन बॉएगा, यू ट्यूब की जानी मानी नाम लिली सिंह और दक्षिण अफ्रीका के कॉमेडियन ट्रेवर नोआ से की है। मैगजीन ने लिखा है कि एबीवीपी का विरोध करने पर गुरमेहर कौर ऑन लाइन ट्रोलिंग की जबर्दस्त शिकार हुई, उसे धमकियां मिली, उसे चुप रहने को कहा गया , लेकिन उसने बोलना जारी रखा। टाइम के मुताबिक, ‘गुरमेहर कहती हैं कि उसे चुप क्यों रहना चाहिए।’ गुरमेहर के मुताबिक हालांकि मैंने ये सब नहीं चाहा था लेकिन मुझे हालात ने आगे कर दिया, और मैं अब अपनी बात कह रही हूं।’

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