ऑफ द रिकॉर्डः‘टीका उत्सव’ ने टीकाकरण के सुरक्षा कवच में उजागर कीं दरारें

Saturday, Apr 17, 2021 - 06:35 AM (IST)

नई दिल्लीः टीका उत्सव ने टीकाकरण को लेकर सरकार के सुरक्षा कवच में दरारें उजागर कर दी हैं। प्रधानमंत्री के टीकाकरण कार्यबल के प्रमुख डॉ. वी.के. पॉल 6 अप्रैल को चाहते थे कि प्रतिदिन 50 लाख टीके लगाए जाएं। जब प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अप्रैल 11 से 14 तक टीका उत्सव मनाया जाएगा तो यह मान लिया गया कि टीकाकरण का नया रिकॉर्ड बनेगा। परंतु कल जब यह उत्सव समाप्त हुआ तो यह एक दु:स्वप्न साबित हुआ क्योंकि 65,000 टीकाकरण केंद्रों में टीकों की कमी देखी गई। 

देश में 2 अप्रैल को सबसे अधिक 42.70 लाख टीके लगाए गए जबकि 11 अप्रैल को केवल 29.3 लाख टीके ही लगाए जा सके और 13 अप्रैल को तो सबसे कम 26.5 लाख टीके ही लगाए गए। 12 अप्रैल को छोड़ दें जब 40 लाख टीके लगाए गए जबकि 14 अप्रैल को फिर स्थिति खराब रही। उस दिन 33.1 लाख टीके लगे। 

आधिकारिक आंकड़ों से भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश या चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल सभी कोरोना टीकों की भारी कमी का सामना कर रहे हैं। महाराष्ट्र में तो उत्सव के अन्य 3 दिनों को छोड़कर 14 अप्रैल को टीकाकरण ने गति पकड़ी। टीकों की कमी को लेकर देश में जैसे-जैसे शोर बढ़ रहा है, टीकों की जिम्मेदारी का काम संभाल रहे अधिकारी इस कोशिश में हैं कि रूस से जल्द से जल्द स्पूतनिक टीका आयात कर लिया जाए क्योंकि घरेलू उत्पादन बढ़ने में अभी समय लगेगा। 

पहला टीका लगवाने के बाद दूसरा टीका लगवाने के लिए पहले 4 सप्ताह का समय नियतथा लेकिन बाद में सरकार ने दूसरे टीके का समय बढ़ाकर 6 से 8 सप्ताह कर दिया। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकार ने यह नया नियम टीकों की कमी के कारण बनाया। सबसे बड़ी बात, देश में टीकों की अचानक कमी से विशेषज्ञ हैरान हैं क्योंकि सरकार ने पिछले हफ्ते से टीकों का निर्यात रोक दिया है।  

ऐसे मनाया गया टीका उत्सव

तिथि महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश गुजरात प. बंगाल दिल्ली देश 
11 अप्रैल 2.7 3.3 2.0 0.91 0.83 293
12 अप्रैल 3.4 5.3 2.4 2.04 0.09 400
13 अप्रैल 2.2 3.6 2.1 1.02 0.69 265
14 अप्रैल 3.7 3.1 1.6 0.98 0.72 331
    सर्वाधिक टीके लगाए            
02 अप्रैल 5.1 7.3 4.1 3.05 0.93 427(टीकों की संख्या लाखमें)

 

Pardeep

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