जल्द दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता रूट के सभी यात्रियों के टिकट होंगे कन्फर्म!

Monday, Dec 30, 2019 - 10:13 PM (IST)

नई दिल्लीः रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने सोमवार को कहा कि दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता मार्गों पर चलने वाली रेलगाड़ियों को अगले पांच वर्षों में प्रतीक्षा सूची टिकटों से मुक्त किया जाएगा। यादव ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि रेलवे अगले 10 वर्षों में लगभग 2.6 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले तीन अतिरिक्त माल ढुलाई गलियारों पर काम कर रहा है जिससे रेलवे को पर्याप्त रेलगाड़ियां चलाने के लिए मौजूदा मार्गों को मुक्त करने में मदद मिलेगी और किसी भी यात्री को प्रतीक्षा सूची टिकट नहीं मिलेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा के दो व्यस्त मार्गों पर अगले पांच साल के भीतर यात्री प्रतीक्षा सूची से मुक्त होने की उम्मीद कर सकते हैं, जहां समर्पित माल ढुलाई गलियारे (डीएफसी) पर काम चल रहा है और इसके 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है।'' उन्होंने कहा, ‘‘160 किमी प्रति घंटे तक के मार्ग पर (ट्रेन की गति) को ‘अद्यतन' करने का काम पहले ही स्वीकृत हो चुका है और अगले चार वर्षों में इसे पूरा किया जाएगा।''

यादव ने कहा कि यात्री ट्रेनों की औसत गति में 60 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दी गई है। 2019-20 में 194 रेलगाड़ियों को उत्कृष्ट मानक में ‘अपग्रेड' किया गया है, और अप्रैल-अक्टूबर 2019 के बीच 78 नई ट्रेन सेवाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल-नवम्बर 2019 से 11,703 डिब्बों में 38,331 जैव शौचालय लगाये गये हैं जिससे जैव शौचालयों की कुल संख्या 65,627 डिब्बों में 2,34,248 हो गई है।

यादव ने कहा कि आने वाले वर्ष में, रेलवे नेटवर्क में अपराध रोकने के लिए रेलवे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करेगा। उन्होंने कहा कि 500 से अधिक स्टेशनों, मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के 58,600 डिब्बों में सीसीटीवी सर्विलांस प्रणाली लगाई गई है। उन्होंने कहा, ‘‘सीसीटीवी लगाये जाने के अलावा हमें अपराधियों को पहचानने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एआई और चेहरा पहचानने वाले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना चाहिए।'' यादव ने कहा, ‘‘हम रेलवे नेटवर्क पर अपराध को काबू करने के लिए एआई और तकनीक का इस्तेमाल करना चाहते हैं।''

 

Yaspal

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