आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर मंडराया संकट, रेड अलर्ट जारी

Thursday, Jun 15, 2017 - 12:26 AM (IST)

श्रीनगर : घाटी में मंगलवार को हुई बड़ी आतंकी गतिविधी के बाद पूरी घाटी में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। कुछ ही घंटों में आठ बार हुए आतंकी हमलों के बाद सेना की कार्रवाई भी तेज हो गई है। इन आतंकी हमलों में पुलिस, सेना और सी.आर.पी.एफ . के जवानों को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में 13 जवान घायल हो गए।

आतंकियों ने स्वचलित हथियारों और ग्रेनेड से अपने घाटी में सेना पर हमला किया। सुरक्षा बलों को रमजान के महीने में आतंकी गतिविधी होने की आशंका थी। ऐसे में 29 जून से शुरू होने वाली बाबा बर्फानी की यात्रा से पहले सेना के जवान काफी सक्रीय हो गए हैं। वहीं, इन हमलों ने श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए किए जा रहे सुरक्षाप्रबंधों की भी पोल खोली है। इन हमलों के बाद पूरी वादी में विशेषकर दक्षिण कश्मीर में और श्रीनगर-बीजबेहाड़ा-अनंतनाग-जवाहर सुरंग सडक़ के अलावा श्रीनगर-गांदरबल और श्रीनगर-बेमिना बाईपास पर सुरक्षा व्यवस्था को बड़ा दिया गया है। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिकबलों के अस्थायी नाके व चौकियां स्थापित कर दी गई हैं। संदिग्ध तत्वों की धरपकड़ के लिए विभिन्न इलाकों में तलाशी ली जा रही है। सभी सुरक्षा शीविरों और पुलिस प्रतिष्ठानों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है।

पहले भी रमजान में होते रहे हैं हमले
राज्य पुलिस महानिदेशक डा एसपी वैद ने आज सुबह इन हमलों के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि बेशक दक्षिण कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन का एक व्यापक नेटवर्क है। लेकिन यह हमले जैश-ए-मोहम्मद ने ही किए हैं। हिज्ब ने भी जिम्मेदारी ली है। लेकिन हमारे खुफिया तंत्र ने जांच के दौरान पता लगाया है कि जैश ने गत रोज हमले किए थे। दक्षिण कश्मीर में आतंकी हिंसा में तेजी के कारणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तरी कश्मीर में विदेशी आतंकी ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब पाक रमजान के महीने में आतंकियों ने हमले किए हों। वह पहले भी इस महीने के दौरान अपनी हिंसक कार्रवाईयों में तेजी लाते हैं। लेकिन यह अफसोस की बात है कि पाक रमजान के दौरान जो इबादत और बरकतों का महीना है, आतंकी मासूमों का खून बहाने में लगे हैं।

अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा कड़ी
इन हमलों से श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा पर असर के बारे में पूछे जाने पर डा वैद ने कहा कि श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा एक शांत, सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त किया गया गया है। इत्मिनान रखिए, श्रद्घालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत यात्रा के दौरान नहीं होगी।

 

 

Advertising