आतंकियों से पुरोहित की जान को खतरा, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

Wednesday, Aug 23, 2017 - 07:31 PM (IST)

नई दिल्ली: मालेगांव बम धमाके के आरोपी पूर्व मिलिटरी इंटेलिजेंस ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित 9 साल बाद बुधवार को जेल से बाहर आ गए। जेल से छूटने के बाद भी वह कड़ी निगरानी में रहेंगे। सूत्रों के अनुसार आतंकियों से पुरोहित की जान को खतरा है जिसे लेकर उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

बिना अनुमित के विदेश नहीं जा सकेंगे पुरोहित
कर्नल पुरोहित पर अनुशासनात्मक और निगरानी (डिसिप्लिनरी एंड विजिलेंस) प्रतिबंध लागू रहेगा यानी वह निलंबन के तहत यूनिट में रहेंगे। उनको किसी सक्रिय ड्यूटी पर नहीं तैनात किया जाएगा। वह बिना कोर्ट की अनुमित के विदेश नहीं जा सकेंगे।गौरतलब है कि 29 सितंबर, 2008 को जब मालेगांव में ब्लास्ट हुआ तो उसके बाद कर्नल पुरोहित को आतंकवादी गतिविधियों के आरोप के चलते गिरफ्तार कर लिया गया। वह भारतीय सेना के पहले ऐसे ऑफिसर हैं जिन पर इतने संगीन आरोप लगे थे। जेल से बाहर आने के एक दिन पहले कर्नल पुरोहित ने कहा था कि वह अब पहले अपनी ड्यूटी और फिर अपने परिवार, अपनी पत्नी और बच्चों के पास जाने के लिए बेचैन हैं। कर्नल पुरोहित के मामले में कई टिवस्ट और टर्न आए। 

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