संत प्रेमानंद महाराज का गला काटने की धमकी: सतना के युवक ने की आपत्तिजनक पोस्ट; लोग बोले...
punjabkesari.in Saturday, Aug 02, 2025 - 05:26 AM (IST)

नेशनल डेस्कः वृंदावन के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु संत प्रेमानंद महाराज को सोशल मीडिया पर गला काटने की धमकी देने वाले सतना निवासी युवक की पोस्ट को लेकर पूरे बुंदेलखंड और मध्यप्रदेश के रीवा-सतना अंचल में भारी आक्रोश फैल गया है। युवक की धमकी भरी टिप्पणी फेसबुक पर वायरल हो गई है, जिसके बाद श्रद्धालुओं और सामाजिक संगठनों ने कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
धमकी भरी टिप्पणी ने उभारा विवाद
पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब संत प्रेमानंद महाराज का एक प्रेरणादायक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे युवाओं को नैतिक जीवन, संयम और मर्यादा से जीवन जीने की सलाह दे रहे थे।
इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सतना के शत्रुघ्न सिंह नामक युवक ने गुरुवार को एक कमेंट में लिखा: "अगर ये मेरे घर के बारे में बोलता, तो चाहे वो प्रेमानंद होता या कोई और... मैं उसका गला काट देता।"
यह हिंसक और आपत्तिजनक टिप्पणी कुछ ही समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैल गई, और लोगों ने भारी नाराजगी जताई।
श्रद्धालुओं और संगठनों में रोष, कार्रवाई की मांग
रीवा और सतना जिले के सैकड़ों श्रद्धालु, धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सतना पुलिस और साइबर क्राइम विभाग से युवक पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर युवक के खिलाफ #ArrestShatrughanSingh जैसे हैशटैग के साथ अभियान भी शुरू कर दिया है।
पुलिस ने कहा – शिकायत मिलते ही होगी कार्रवाई
इस मामले पर सतना पुलिस अधीक्षक (SP) आशुतोष गुप्ता ने बयान जारी कर कहा: "अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत मिलते ही जांच की जाएगी और उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
वहीं कई वकीलों और कानून विशेषज्ञों का कहना है कि यह आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत गंभीर अपराध है।
कौन हैं संत प्रेमानंद महाराज?
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संत प्रेमानंद महाराज वृंदावन में भक्ति, सनातन संस्कृति और युवाओं के नैतिक उत्थान के लिए कार्यरत एक प्रख्यात संत हैं।
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वे हजारों युवाओं को नशामुक्ति, संयम और आध्यात्मिक जीवन अपनाने की प्रेरणा दे चुके हैं।
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उनका सोशल मीडिया पर भी विशाल फॉलोइंग है और देश-विदेश में लाखों अनुयायी हैं।
सोशल मीडिया पर नफरत फैलाना अपराध है
इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के गैर-जिम्मेदाराना इस्तेमाल और धार्मिक भावनाओं पर हमले के खतरे को उजागर किया है।