सरकार से नाराज़ हजारों किसान, बंदूकों के लाइसैंस न मिलने की वजह से नहीं दे पाते खेतों में पहरा

Sunday, Nov 27, 2016 - 11:06 AM (IST)

पिंजौर (तरसेम): जिला प्रशासन द्वारा किसानों को बंदूकों के लाइसैंस नहीं देने पर पिंजौर ब्लाक के हजारों किसानों में जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार के खिलाफ भारी रोष है। किसानों का कहना है कि बंदूकों के लाइसैंस न मिलने से वह रात को खेतों में पहरा नहीं दे सकते, जिस कारण रात को जंगली जानवर उनके खेतों में खड़ी फसलों को खराब कर रहे हैं। वन्य जीवों द्वारा किसानों की फसलों को उजाडऩे की शिकायत किसानों ने जिला उपायुक्त से की है। किसानों का कहना है कि खेतों की बर्बाद फसलों का वन्य प्राणी एंव सरंक्षण विभाग मुआवजा तक नहीं देता। किसानों ने आरोप लगाया कि जंगली जानवर उनकी फसलों को बर्बाद कर देते हैं। करनुपर, खेड़ा सीताराम, पपलोहा, करनपुर के अलावा मल्ला, बख्शीवाला, जनौली, टोरन, टिब्बी, डखरोग, खोई सहित धामसू गांवों के किसानों ने बताया कि खेतों में गेंहू, टमाटर, मिर्च, सहित अन्य सब्जियां उगा रखी हैं।  

सांभर, बारहसिंगा, जंगली सूअर, गीदड़ अन्य जीव उनकी फसलों को चट कर देते हैं। मेहर चंद, प्रीतम सिंह, बाबू राम, श्याम लाल, सुरेन्द्र सिंह, प्यारी देवी, कृष्णा रानी, सोमती देवी सहित अन्य किसानों ने बताया कि जिला प्रशासन सहित वन्य विभाग को कई बार लिखित में शिकायत दी, लेकिन उनकी समस्याओं का हल नही निकला। किसानों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा वन्य जीवों को डराने के लिए बंदूक के लाइसैंस के लिए कई औपचारिक्ताएं पूरी करने के लिए कहा जाता है, जिसमें किसान सभी औपचारिक्ताएं पूरी नहीं कर पाते और किसान थक-हारकर लाइसैंस के बारे में सोच भी नहीं सकता। उन्होने बताया कि वन्य जीवों को मारने की भी इजाजत नहीं है लेकिन आखिर किसान अपनी फसलें बचाने के लिए कहां जाएं। उन्होंने जिला प्रशासन सहित हरियाणा सरकार से वन्य जीवों द्वारा उनकी बर्बाद फसल का मुआवजा दिलवाने, बंदूकों के लाइसैंस देने या फिर वन्य जीवों द्वारा उनकी फसलों को बचाने की मांग की है। 

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