यह है देश का वो मंदिर, जहां भगवान के रूप में पूजी जाती है ‘बुलेट बाइक’, दिलचस्प है कहानी
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 10:58 PM (IST)
नेशनल डेस्कः आस्था इंसान को ईश्वर की खोज करने की प्रेरणा देती है, लेकिन राजस्थान में एक ऐसा अद्भुत मंदिर है जहां न किसी देवता की प्रतिमा है और न कोई पत्थर की मूर्ति—यहां पूजा होती है एक बुलेट बाइक की। यह अनोखा स्थान ओम बन्ना मंदिर या फिर लोकप्रिय नाम से ‘बुलेट बाबा मंदिर’ कहलाता है। यह मंदिर राजस्थान के पाली-जोधपुर हाईवे पर स्थित है और रोज़ाना हजारों श्रद्धालु यहां माथा टेकने आते हैं।
सड़क हादसों से सुरक्षा की मान्यता
स्थानीय लोगों की मान्यता है कि जो भी यात्री इस मंदिर में रुककर ओम बन्ना को श्रद्धा से प्रणाम करता है, उसे सड़क दुर्घटनाओं से बचाव मिलता है। यहां आने वाले लोग बाइक को नारियल, फूल, शराब और सिक्के चढ़ाते हैं। यह परंपरा कई दशकों से चली आ रही है।
बुलेट बाइक RNJ 7773 के पीछे की कहानी
मंदिर परिसर में रखी बुलेट बाइक का नंबर RNJ 7773 है, जिसे ओम सिंह राठौड़ उर्फ़ ओम बन्ना चलाया करते थे। 2 दिसंबर 1988 को वे इसी बाइक पर सवार थे, जब उनका एक भीषण सड़क हादसे में निधन हो गया। हादसा पाली जिले के पास हुआ था। पुलिस ने नियमों के मुताबिक बाइक को थाने में जब्त कर लिया।
लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने लोगों को चौंका दिया
कहा जाता है कि बाइक को थाने में रखने के बावजूद वह रोज़ सुबह रहस्यमयी तरीके से उसी जगह मिलती थी जहां हादसा हुआ था।
पुलिस ने इसे रोकने के लिए कई उपाय किए —
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बाइक को ताले और चेन से बांधा गया
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बाइक का पेट्रोल निकाल दिया गया
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बाइक को पेड़ से बांधकर रखा गया
लेकिन इसके बावजूद बुलेट हर बार थाने से गायब होकर उसी स्थान पर पहुंच जाती थी। कई पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों ने इस घटना को अपनी आँखों से देखने का दावा किया है।
इसके बाद बना मंदिर
घटनाएं जब बार-बार दोहराने लगीं, तो स्थानीय लोगों में विश्वास बनने लगा कि यह किसी दिव्य शक्ति का संकेत है। उन्होंने मिलकर उस स्थान पर ओम बन्ना की स्मृति में मंदिर का निर्माण किया और बाइक को स्थायी रूप से वहीं स्थापित कर दिया। मंदिर बनने के बाद से श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया, और धीरे-धीरे यह जगह राजस्थान की प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शामिल हो गई।
आज का ओम बन्ना मंदिर
1988 से लेकर अब तक यह मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। राजस्थान के अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों से आने वाले लोग भी यहाँ दर्शन करते हैं। माना जाता है कि ओम बन्ना की आत्मा यात्रियों की रक्षा करती है और उन्हें सुरक्षित यात्रा का आशीर्वाद देती है। मंदिर में प्रतिदिन घंटों की आवाज़, अगरबत्ती की खुशबू, नारियल फोड़ने की आवाज़ से वातावरण धार्मिक बना रहता है।
सोशल मीडिया और विदेशी पर्यटकों में भी लोकप्रिय
यह मंदिर अपने रहस्य और कहानी के कारण सोशल मीडिया पर भी चर्चा में रहता है। कई विदेशी टूरिस्ट भी इस अनोखे मंदिर को देखने आते हैं और इसे भारत की अनोखी आस्था का उदाहरण बताते हैं।
