इस मजबूर बाप के पास बेटे का शव ले जाने के भी नहीं हैं पैसे

Sunday, May 29, 2016 - 08:33 PM (IST)

नई दिल्ली:दिल्ली में मारे गए कॉन्गो के नागरिक मसोन्डा ओलिविए के घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। उसके परिजनों के पास उसकी डेड बॉडी को वापस ले जाने के लिए भी पैसे नहीं है। जानकारी के मुताबिक ओलिविये के पिता ने उसे जमीन बेचकर भारत पढऩे के लिए भेजा था। 

उसके घरवालों के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे भारत आकर उसकी लाश को अपने देश लेकर जा सकें। इस वजह से ओलिविये की लाश एम्स के मुर्दाघर में पड़ी हुई है। इस बारे में खबरें सामने आने के बाद रविवार को विदेश मंत्रालय ने युवक के परिजनों की भारत आने में मदद करने का आश्वासन दिया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर कहा है कि भारत सरकार अपने खर्च पर मृतक के परिजनों को उनके बेटे की लाश वापस ले जाने में भी मदद करेगी। राजधानी दिल्ली में शनिवार को ही अफ्रीकी मूल के छह लोगों पर हमले हुए हैं। 

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया कि उन्होंने अफ्रीकी मूल के लोगों पर हमले के सिलसिले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह और
उपराज्यपाल नजीब जंग से बात की है। 

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने अफ्रीकी नागरिकों पर हमला करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया और तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस के उपायुक्त ईश्वर सिंह ने बताया कि दक्षिण दिल्ली के महरौली इलाके में अफ्रीकी नागरिकों पर हमले करने के आरोप में पांच लोगों को पकड़ा गया है। इनमें से दो को गिरफ्तार किया गया है ,जबकि तीन को हिरासत में लिया गया है। 
 
महरौली में गुरुवार रात को कई घटनाओं में छह अफ्रीकी नागरिक घायल हो गए थे। इस संबंध में पुलिस ने तीन मामले दर्ज किए हैं।   इससे पहले अफ्रीकी नागरिकों के साथ ताजा ङ्क्षहसक घटनाओं के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी और स्थानीय लोगों को विदेशियों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील किया जाएगा।  
 
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा यह मुद्दा उठाने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल से बात की है। अफ्रीकी नागरिकों ने अपनी सुरक्षा के मसले को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की बात कहीं है। राजधानी में पिछले सप्ताह कांगो के नागरिक की हत्या हो गई , जबकि 26 मई की रात को कुछ अफ्रीकी लोगों के साथ मारपीट की गई थी। 
 
सुषमा ने कहा कि उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा और जहां भी अफ्रीकी मूल के लोग रहते हैं, वहां स्थानीय लोगों को संवेदनशील बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
Advertising