इलेक्ट्रिक कार खरीदने वालों को इस कंपनी ने दिया Diwali Gift, 3 लाख तक घटा दिए गाड़ियों के दाम

punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2024 - 07:03 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत में EV सेक्टर तेजी से ग्रो कर रहा है। बढ़ती तेल की कीमतें और महंगाई के कारण अब लोग पेट्रोल और डीजल गाड़ियों से तौबा कर रहे हैं। तेजी से लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। हाल के दिनों में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में भी बेतहाशा बढोतरी देखी गई है। दरअसल, इलेक्ट्रिक वाहनों का खर्चा पेट्रोल और डीजल के मुकाबले बेहद सस्ता है।

इस बीच स्वदेशी कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की श्रृंखला के दाम तीन लाख रुपये तक घटा दिए हैं। टाटा समूह की कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उसने नेक्सॉन ईवी का दाम तीन लाख रुपये, पंच ईवी का 1.2 लाख रुपये और टियागो ईवी की कीमत 40,000 रुपये तक घटा दी है।

टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विवेक श्रीवत्स ने कहा, ‘‘विशेष सीमित अवधि के लिए घोषित इन कीमतों के जरिये हम इलेक्ट्रिक वाहन के लिए लागत की बाधा तोड़ना चाहते हैं। हमारा प्रयास ईवी का दाम पेट्रोल या डीजल वाहनों के बराबर लाने का है।'' टाटा मोटर्स पहले ही परंपरागत पेट्रोल-डीजल ईंधन वाले वाहनों के दाम 65,000 रुपये से 1.8 लाख रुपये तक घटाने की घोषणा कर चुकी है। इनमें टियागो, नेक्सॉन, हैरियर और सफारी जैसे मॉडल शामिल हैं।

भारत में वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की बिक्री साल-दर-साल (YoY) आधार पर 40.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17,52,406 यूनिट हो गई। IANS की खबर के मुताबिक, जेएमके रिसर्च एंड एनालिटिक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईवी बिक्री में बढ़ोतरी का नेतृत्व दोपहिया और तिपहिया वाहनों ने किया, जिसने कुल बिक्री में 94 प्रतिशत का योगदान दिया।

इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की बिक्री भी जोरदार
ईवी दोपहिया वाहनों की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 29 प्रतिशत बढ़कर 10,09,356 यूनिट हो गई। कुल ईवी बिक्री में इस कैटेगरी का योगदान 57.60 प्रतिशत रहा। ईवी तिपहिया वाहनों में, जिसमें यात्री और मालवाहक वाहन शामिल हैं, बिक्री साल-दर-साल आधार पर 56 प्रतिशत बढ़कर 6,34,969 यूनिट हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कम परिचालन लागत, बढ़ती लॉजिस्टिक्स मांग और अंतिम-मील कनेक्टिविटी इस सेगमेंट में वृद्धि के प्रमुख वजह हैं।

इलेक्ट्रिक कार की तूफानी बिक्री
इलेक्ट्रिक कार खंड की बिक्री में साल-दर-साल आधार पर 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वित्त वर्ष 2024 में 99,085 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई। इलेक्ट्रिक बसों की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 85 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2024 में 3,708 इकाई तक पहुंच गई। बता दें, मारुति सुजुकी, हुंदै, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसी बड़ी कंपनियां विभिन्न खंडों की मांग को पूरा करने के लिए नई ईवी मॉडल लाने की तैयारी में हैं। कई उद्योग अनुमानों में कहा गया है कि ईवी का 2030 तक भारत के वाहन बाजार में हिस्सा लगभग 20 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। उम्मीद यह की जा रही है कि इलेक्ट्रिक वाहन जल्द मुख्यधारा का हिस्सा होंगे।

भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री में सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स ने कुछ दिनों पहले कहा था कि कंपनी का लक्ष्य 2026 तक अपने इलेक्ट्रिक मॉडल की संख्या को 10 करने का है।  मर्सिडीज-बेंज इंडिया भी साल 2024 में 12 नए उत्पाद उतारने की तैयारी में है। इनमें से तीन नए बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) होंगे।


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Content Writer

Yaspal

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