तीसरे दिन भी एटीएम और बैंकों के बाहर दिखी अफरातफरीं, सुबह-सुबह शुरू हुआ सिलासिला

Sunday, Nov 13, 2016 - 09:12 AM (IST)

चंडीगढ़ (आशीष): 500 व 1 हजार रुपए के नोट बंद होने के बाद तीसरे दिन भी लोगों मेंं अफरातफरी मची रही। बैकों के बाहर लोगों की भीड़ लगी रही। दाल-रोटी की जुगत के लिए लोग सब कुछ भूल गए। लोगों की नींद उड़ गई, कई सैक्टरों में तो सुबह 6 बजे ही बैंक के दरवाजे पर लोग बैठ गए। इनमें महिलाएं और बुजुर्ग भी थे। पूरा शहर दिन भर बैकों के बाहर जुटा रहा जो सुबह शुरू हुआ सिलासिला शाम 6 बजे तक बैंक का दरवाजा बंद होने के साथ ही थमा। 14 घंटे की मेहनत में दो हजार रुपए लोगो को मिले तो वे दुकानों पर खरीदारी करने पहुंचे।

 

नोट खत्म, सांसे ऊपर-नीचे : बैंक 10 बजे खुले तो लाइनों में लगे लोगों में जोश देखा गया, लेकिन कुछ ही देर में बैंक से नोट खत्म होने की सूचना आई तो लोगों की सांसे ऊपर-नीचे हो गईं। इसी तरह ए.टी.एम. पर बार-बार राशि खत्म होती रही। कई स्थानों पर ए.टी.एम. ने काम ही नहीं किया। वहीं महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंकों की ओर से कोई अलग लाइन की व्यवस्था नही थी।

 

बैंक में समय अवधि तय : सैक्टर-22 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नोट बदलवाने की समय अवधि तय की गई है, ताकि लोगों की लाइन बैंक के बाहर न लगे। बैंक अधिकारी अगर कोई व्यक्ति दोपहर 12 बजे बैंक में नोट बदलने के लिए आता है तो उसे दोपहर तीन बजे के बाद का समय दिया जाता है। वहीं नोट बदलवाने गई कमल चौधरी दोपहर 12 बजे से लाइन में लगी थी। शाम चार बजे जैसे ही काऊंटर तक पहुंची तो नोट खत्म होने वाले थे। उनके बाद लाइन में खड़े लोगों को अगले दिन आने के लिए कहा गया। 

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