केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ छापेमारी होनी चाहिए थी न कि हम लोगों के विरुद्ध: गहलोत

Monday, Aug 03, 2020 - 11:04 PM (IST)

जयपुरः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले को लेकर सोमवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोलते हुए कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शेखावत के खिलाफ छापेमारी करनी चाहिये थी न कि हम लोगों के खिलाफ। उल्लेखनीय है कि राजस्थान की एक अदालत ने 800 करोड़ से अधिक रुपये के इस घोटाले में हाल ही में शेखावत और उनके सहयोगियों की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं।

गहलोत ने यहां मीडिया से कहा, '' दुख इस बात का है कि ऐसा व्यक्ति जो चुनी हुई सरकार को गिराने के खेल में शामिल हो, जो खुद घोटाले में फंसा हुआ हो...उसके खिलाफ छापेमारी करने के बजाय सीबीआई और ईडी बिना किसी कारण, हमसे जुड़े हुए लोगों के खिलाफ छापेमारी कर रहे हैं।'' 

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने एक कथित ऑडियो टेप के हवाले से केंद्रीय मंत्री शेखावत पर आरोप लगाया है कि वह राज्य की अशोक गहलोत सरकार को गिराने के षडयंत्र में शामिल थे। हालांकि शेखावत कह चुके हैं कि इस टेप में इसमें उनकी आवाज नहीं है। साथ ही वह घोटाले के आरोपों को भी राजनीतिक साजिश बता चुके हैं। गहलोत के अनुसार तीसरी बार उनकी सरकार गिराने के प्रयास किये गए हैं। इससे पहले भी दो बार ऐसे ही प्रयास किये जा चुके हैं। 

गौरतलब है कि कांग्रेस और उसके समर्थक विधायक इस समय जैसलमेर के एक होटल में ठहरे हुए हैं। उन्होंने रक्षाबंधन भी वहीं मनाया। कांग्रेस की महिला विधायकों ने वहां गहलोत को राखी बांधी। गहलोत ने स्थानीय स्तर पर विकास कार्य नहीं होने के असंतुष्ट विधायकों के दावों को खारिज करते हुए सोमवार को यहां कहा कि इन विधायकों ने कभी ऐसी कोई शिकायत नहीं की। 

गहलोत ने कहा, '' इन असंतुष्ट विधायकों के क्षेत्रों मे अधिक काम हुए। इन विधायकों ने कभी काम कम होने की शिकायत नहीं की।'' उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट सहित कांग्रेस के 19 विधायक गहलोत के नेतृत्व के प्रति असंतोष जताते हुए बगावत कर चुके हैं। इनमें से कई विधायकों ने बाद में दावा किया कि उनके इलाकों में विकास कार्य नहीं हो रहे थे। 

Pardeep

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